पलामू में ड्राइविंग लाइसेंस का नियम उल्लंघन सबसे अधिक
बिना ड्राइविंग लाइसेंस के सबसे अधिक लोग पलामू में पकड़े गए। इस उल्लंघन के लिए पलामू में 1052 चालान काटे गए। दूसरे स्थान पर रांची 994 चालान, तीसरे पर गुमला 769, इसके बाद धनबाद 666, गोड्डा 627 फिर पाकुड़ में 519 चालान काटे गए। बगैर ड्राइविंग लाइसेंस के सबसे कम लोहरदगा 20, देवघर 24 और साहिबगंज में 26 चालान काटे गए हैं। जमशेदपुर में 353 गढ़वा में 252 लातेहार में 229 हजारीबाग में 371 कोडरमा में 231 चतरा में 248 बोकारो में 268 चालान हुए हैं।
रांची में ओवरस्पीडिंग के सबसे अधिक मामले
लाल बत्ती जंप करने में भी रांची सबसे आगे
अपनी जान के साथ सड़क पर चलने वाले दूसरे लोगों की जान जोखिम में डालकर रेडलाइट जंप करने की बड़ी गलती करने में रांची के लोग सबसे आगे हैं। यहां रेडलाइट जंप करने के सबसे अधिक चालान हुए हैं। अकेले रांची में 14195 चालान काटे गए हैं। इसके बाद जमशेदपुर में 17 लातेहार में चार और पाकुड़ में केवल दो चला रेड लाइट जंप करने के कारण काटे गए हैं। अन्य जिलों में इस नियम के उल्लंघन का एक भी मामला नहीं पकड़ा गया है।
मोबाइल पर बात कर वाहन चलाने वाले सरायकेला में ज्यादा
मोबाइल पर बात करते हुए वाहन चलाने की गलती करने वालों में सबसे आगे सरायकेला के लोग हैं। यहां इस लापरवाही के लिए 292 चालान काटे गए हैं जबकि रांची में 182 हजारीबाग में 122 चालान हुए हैं। इसी गलती के लिए धनबाद में 82 बोकारो में 80 देवघर में और 40, रामगढ़ में 59 चालान हुए।
जमशेदपुर, हजारीबाग में रॉन्ग साइड ड्राइविंग अधिक
जमशेदपुर और हजारीबाग में रॉन्ग साइड ड्राइविंग के सबसे अधिक मामले सामने आए हैं। हजारीबाग में 116 जमशेदपुर में 112 और रांची में 91 चालान गलत दिशा में वाहन चलाने की गलती करने के कारण काटे गए हैं। वहीं नशे में वाहन चलाने के मामले में रांची में 57, धनबाद में 57, पलामू में 55 बोकारो में 46, गुमला में 43, चतरा में 42 जामताड़ा में 32 सरायकेला में 28 चालान काटे गए हैं।
सीट बेल्ट और हेलमेट नहीं लगाने का जोखिम उठाने वाले भी बहुत
सड़क दुर्घटनाओं के दौरान जान बचाने में सीट बेल्ट और हेलमेट बहुत मददगार प्रमाणित है। इसके बावजूद अपनी सुरक्षा के लिए इसका इस्तेमाल करना बहुत से लोगों को नागवार गुजरता है। यह उल्लेख करना जरूरी है कि राज्य में 2022 के दौरान दुर्घटनाओं में हेलमेट पहने हुए 411 लोगों की जान गई जबकि हेलमेट नहीं पहनने वाले 1484 लोगों ने दम तोड़ दिया। दूसरी ओर सीट बेल्ट पहनने वाले 131 की जान गई जबकि सीट बेल्ट नहीं पहनने के कारण 492 मौत रिपोर्ट दी गई है।
मोटरसाइकिल से सबसे ज्यादा हादसे
बिना हेलमेट पलामू में 4261, बोकारो में 2194, जमशेदपुर में 1770, धनबाद में 1481, देवघर में 1247, रामगढ़ में 1219, गोड्डा में 1149 साहिबगंज में 1284, गुमला में 1254, रांची में 819 लोगों के चालान हुए हैं। पिछले कई वर्षों से लगातार देखा जा रहा है कि सर्वाधिक सड़क दुर्घटनाएं दोपहिया चालकों की हो रही है। आम तौर पर मौत के मामले में मोटरसाइकिल से दुर्घटना में सर्वाधिक रिपोर्ट हो रहे हैं।
45 फीसदी सड़क दुर्घटनाएं दोपहिया से…
वर्ष 2022 में 45 फीसदी सड़क दुर्घटनाएं दोपहिया से जुड़ी हैं। सीट बेल्ट के नियम का उल्लंघन करने में सबसे आगे सरायकेला के लोग हैं यहां 1633 चालान सीट बेल्ट लगाकर नहीं चलने के कारण काटे गए हैं। रांची में 1025 जमशेदपुर में 891, रामगढ़ में 508, हजारीबाग में 496, बोकारो में 522, गिरिडीह में 282, लातेहार में 208, देवघर में 215 चालान सीट बेल्ट का नियम तोड़ने के कारण काटे गए हैं।
पुलिस की कार्रवाई
सड़क यातायात नियमों को उल्लंघन करने में 16000 ड्राइविंग लाइसेंस निरस्त करने की अनुशंसा की गई है। वहीं लगभग 2600 वाहन चालक नियमों को तोड़ने में हिरासत में लिए गए जबकि 2800 से अधिक लोग गिरफ्तार किए गए हैं।
सड़क हादसों में लगातार इजाफा
राज्य में सड़क हादसों में इजाफा हुआ है। साल 2021 की तुलना में 2022 में 16 फीसदी सड़क हादसे बढ़े जबकि मौत के मामलों में 11 प्रतिशत की बढ़ोतरी दर्ज की गई है। घायलों की संख्या में 16 प्रतिशत वृद्धि दर्ज हुई है। 2021 में 3513 और 2022 में 3898 लोगों की मौत राज्य में 2021 के दौरान 4728 सड़क दुर्घटनाओं में 3513 लोगों की जान गई जबकि 3227 घायल हो गए। 2022 के दौरान राज्यभर में 5174 सड़क दुर्घटनाएं हुई इनमें 3898 लोगों की मौत हो गई और 3745 घायल हुए। 2021 की तुलना में 2022 के दौरान सड़क दुर्घटनाएं 449 (9.50) अधिक हुई। इसी प्रकार सड़क हादसों में मौत के मामले 387 (11.02) बढ़ गए और घायलों की संख्या भी 519 (16.08) अधिक रिपोर्ट हुई है।