
साकची स्थित टैगोर सोसाइटी में लगे पुस्तक मेले में अश्विनी कुमार पंकज की आदिवासी प्रेम कथाएं को पाठक पसंद कर रहे हैं। राजकमल प्रकाशन के स्टॉल पर पहुंचते ही इसके बारे में लोग पूछ रहे हैं। यह किताब झारखंड के आदिवासियों के जीवन, उनकी सहज प्रवृत्तियां और स्वतंत्रता संग्राम में अंग्रेजी सत्ता के साथ उनके संघर्ष को बयां करती है।
वहीं, किताब नहीं खरीदने वाले लोग भी 10 मिनट पलटकर किताबें जरूर पढ़ रहे हैं। अश्विनी कुमार पंकज द्वारा लिखी गई इस किताब का पहला स्टॉक खत्म हो चुका है। इसके बाद दूसरी बार किताब मंगाई गई है। इसके अलावा भारतीय दंत कथाएं, रस्किन बॉन्ड, भीम साहनी का हिंदी कहानी संग्रह, मृदुला गर्ग की स्त्री मन की कहानियां लोगों को खूब भा रही हैं। पुस्तक मेले के तीसरे दिन ही इन किताबों की आधी से ज्यादा कॉपियां बिक चुकी हैं।
2 साल बाद पुस्तक मेले के आयोजन से खुश हैं प्रकाशक
कोरोना महामारी के 2 साल बाद पुस्तक मेले का आयोजन टैगोर सोसाइटी की ओर से किया गया है। 2 साल पुस्तक मेला नहीं लगने के कारण आर्थिक तंगी झेल रहे विक्रेता भी पाठकों के विजिट से खुश नजर आ रहे हैं। प्रत्येक दिन यहां 3000 से लेकर 5000 तक लोग विजिट कर रहे हैं और अपनी पसंद के अनुसार किताबों का चयन कर रहे हैं, जिससे विक्रेता और प्रकाशक चैन की सांस ले रहे हैं। यह पुस्तक मेला 20 नवंबर तक रहेगा।

Join Mashal News – JSR WhatsApp
Group.
Join Mashal News – SRK WhatsApp
Group.
सच्चाई और जवाबदेही की लड़ाई में हमारा साथ दें। आज ही स्वतंत्र पत्रकारिता का समर्थन करें! PhonePe नंबर: 8969671997 या आप हमारे A/C No. : 201011457454, IFSC: INDB0001424 और बैंक का नाम Indusind Bank को डायरेक्ट बैंक ट्रांसफर कर सकते हैं।
धन्यवाद!