सोमवार से शुरू हुई जोरदार बारिश के बाद पूर्वी सिंहभूम के किसानों के मुरझाए चेहरे पर थोड़ी खुशी देखने को मिली है। जिले में सोमवार को 29.2 और मंगलवार को 42 मिलीमीटर बारिश दर्ज की गई है। खेतों में पानी लगने के कारण वे अब इस उम्मीद से कीचड़ बनाने में जुट गए हैं कि पूरा न सही, आधे-पौने ही धान की उपज ले सकेंगे।
जिन खेतों में पानी है, उसके किसान धान रोपने के लिए उतावले दिख रहे हैं। चूंकि लगातार दूसरे दिन मंगलवार को भी बारिश हुई इसलिए धान रोपने के लिए अनुकूल परिस्थिति बन गई है। धान रोपने के लिए खेत तैयार करने हेतु ट्रैक्टर की मांग अचानक बढ़ गई है। परंतु एक साथ इतने ट्रैक्टर नहीं होने से सभी को ट्रैक्टर मालिकों के पीछे नंबर लगाने के लिए भागना पड़ रहा है। लेकिन उन्हें उम्मीद है कि मौसम विभाग के पूर्वानुमान के अनुसार दो अगस्त को भी बारिश होने वाली है। इसलिए अगले दो-तीन दिनों तक धान रोपा जा सकेगा। इस दौरान वे अधिकांश खेतों में धान रोप सकेंगे। वैसे दो दिन में पूरे जिले में बारिश हुई है। परंतु पोटका, पटमदा, बोड़ाम और धालभूमगढ़ प्रखंडों में अच्छी बारिश दर्ज की गई है।
31 जुलाई तक मात्र 15.59 प्रतिशत ही रोपनी
जिला कृषि विभाग के अनुसार, पूर्वी सिंहभूम में 31 जुलाई तक मात्र 15.59 प्रतिशत धान रोपनी हो सकी है। 1.10 लाख हेक्टेयर लक्ष्य की तुलना में 17,148 हेक्टेयर में ही धान रोपनी हो सकी है। लक्ष्य की तुलना में मक्का 30.09, दलहन 3.67 और तेलहन तो मात्र 0.59 प्रतिशत ही लगाई जा सकी है। मोटा अनाज भी मात्र 4.87 प्रतिशत भूमि पर ही लगा है।
घाटशिला में सर्वाधिक 125 मिमी बारिश
पहली अगस्त को जिले में सबसे अधिक बारिश घाटशिला प्रखंड में दर्ज की गई है। वहां 125 मिलीमीटर बारिश हुई। अन्य प्रखंडों की बात करें तो पटमदा में 73, जमशेदपुर में 41.4, पोटका में 48.2, बोड़ाम में 38.4, मुसाबनी में 20, डुमरिया में 24.6, धालभूमगढ़ में 38.4, चाकुलिया में 33.2, बहरागोड़ा में 15.2 और गुड़ाबांदा में सबसे कम 3.8 प्रतिशत बारिश दर्ज की गई।
50 प्रतिशत रोपनी की उम्मीद : डीएओ
जिला कृषि पदाधिकारी मिथिलेश कुमार कालिंदी का कहना है कि अगर और एक-दो दिन अच्छी बारिश हुई तो 50 प्रतिशत तक धान रोपनी की संभावना है। सामान्य मान्यता है कि 31 जुलाई तक ही धानरोपनी फायदेमंद है। इसके बाद रोपने पर फसल अच्छी नहीं होती है। परंतु पिछले साल भी 31 अगस्त तक धानरोपनी हुई थी। खास बात यह है कि सरकारी रिकॉर्ड के हिसाब से जिले के लोगों ने साढ़े छह लाख क्विंटल धान लैम्पस को बेचे थे।
Join Mashal News – JSR WhatsApp Group.
Join Mashal News – SRK WhatsApp Group.
सच्चाई और जवाबदेही की लड़ाई में हमारा साथ दें। आज ही स्वतंत्र पत्रकारिता का समर्थन करें! PhonePe नंबर: 8969671997 या आप हमारे A/C No. : 201011457454, IFSC: INDB0001424 और बैंक का नाम Indusind Bank को डायरेक्ट बैंक ट्रांसफर कर सकते हैं।
धन्यवाद!