पटना के कंकड़बाग पीसी कॉलोनी के रहने वाले चिरंजीवी शिवम के उपर लगभग 50 करोड़ के गबन का आरोप लगा है। लगभग 100 लोग यह आरोप लगाते हुए चिरंजीवी के घर पहुंच गए। बकाएदारों ने बताया कि चिरंजीवी के पिता सुनील कुमार वर्मा भी इसमें शामिल है। चिरंजीवी की पत्नी का नाम भव्या है। चिरंजीवी के ससुर IAS अधिकारी थे। अब उनकी मौत हो गई है।
ससुर की नौकरी के दौरान मौत हुई थी, जिससे उनके बेटे किशलय राज को अनुकंपा से नौकरी मिली। राज एक सरकारी कर्मचारी हैं। बकाएदारों ने बताया कि राज भी लेन देन में शामिल रहता है। जब लोग चिरंजीवी के घर पहुंचे तो घर का दरवाजा बंद था। लोग एक घंटे तक इंतजार करने के बाद कंकड़बाग थाना पहुंचे और देर शाम तक वहीं जमे रहे। फिर आवेदन दे कर लौटे।
लोगों को फंसाने के लिए बनाया था फर्जी ट्रेडिंग कंपनी
राघोपुर वैशाली से आए अरुण दास ने बताया कि चिरंजीवी शिवम मेरे 10 लाख लेकर फरार हो गया है। उन्होंने बताया कि 3 साल पहले इससे मेरी मुलाकात हुई। इसने बताया कि इसकी ट्रेडिंग कंपनी है। थोड़ा-थोड़ा पैसा लगाइए और थोड़ा-थोड़ा कमाइए। जिस दिन भी लगाया हुआ पैसा वापस कैश करना हो, तो एक महीना पहले बोल दीजिए और एक महीने बाद पैसा निकाल लीजिए।
पत्नी के गहने गिरवी रख दिए-अरुण दास
अरुण दास ने बताया कि झांसे में आकर मैंने थोड़ा पैसा लगाया उस पैसे का तुरंत अच्छा रिटर्न मिल गया। मैने चेक करने के लिए तुरंत पैसे निकाल लिए। उसके बाद मेरा लालच बढ़ता गया और मैं पैसा लगाता गया। लगभग 3 साल में मैने 1 लाख लगाए और वो 3 लाख हो चुका था, जिसको मैंने निकाल लिया। लगभग एक महीने बाद चिरंजीवी का फोन फिर आता है वो कहता है इस बार लगभग 3 से 4 महीना में पैसा सीधे 3 से 4 गुना बढ़ जाएगा।
कुछ कंपनियां बिकने वाली हैं। उनके शेयर खरीदने हैं। वो दो महीने में ग्रोथ करेंगी। मैंने रिश्तेदारों से उधार लेकर, एक छोटी सी जमीन गिरवी रख कर, यहां तक की पत्नी के कुछ गहने भी रखने पड़े। ये सब कर के 10 लाख इसको दिया। इसने 6 महीने बाद 22 लाख का चेक भी दिया। चेक दिखाते हुए अरुण दास ने कहा चेक बाउंस हो गया और आरोपी गायब है। इसलिए इसके घर पर आएं हैं। हम सब मिलकर इसपर मुकदमा दर्ज कराएंगे।
प्रकाश कुमार को लालच देकर फंसाया
सुपौल से आए प्रकाश कुमार ने बताया कि शेयर मार्केट में पैसा लगाने के नाम पर 18 लाख लेकर फरार हो गया है। प्रकाश कुमार ने बताया कि 1 साल पहले आरोपी से मुलाकात हुई। पहले मेरा पैसा उसी ने लगाया। 1000 और उसके उसने 2500 बना दिया। उसने मुझे 500 दिया और कहा अगर तुम पैसा लगाते 2000 ले जाते। उसके बाद मैं हर चौथे दिन 1000 से शुरू हुई और लाखों में मामला चला गया। एक चेक दिया था लेकिन वह बाउंस हो गया। अब बात नहीं होती है। इसीलिए सब लोग इक्ट्ठा हुए है।
एक ही जमीन पर 20 से ज्यादा लोगों से लिए 20 करोड़
पटना के राजेश राम ने कहा कि शहर में जमीन खरीदने के लिए गांव की जमीन बेच कर पैसे ले कर आया था। आरोपी ने अपने घर के पीछे की खाली जमीन को अपना बता कर पैसे ठग लिए। आरोपी ने उस जमीन के नकली पेपर अपने नाम से भी बनवाया था। जो कई लोगों को दिखा चुका है। वह मेरा 60 लाख रुपए लेकर फरार हो गया।
वहां मौजूद देव नारायण सहाय ने बताया कि अपने घर के पीछे की ही जमीन दिखाकर मुझसे 1 करोड़ 89 लाख ले लिया। बाद में कहा अब नही बेचेंगे। अब मूड बदल गया। मैने पैसा मांगा तो चेक दे दिया। एक साल से रुकते-रुकते अब चेक डाला तो चेक बाउंस हो गया। आज 6 महीने से मुलाकात नहीं हो पा रही है और नाही बातचीत हुई है। उनका कहना है कि इसी तरह एक ही जमीन पर इसने 20 से ज्यादा लोगों से लगभग 20 करोड़ रुपए ठग लिए।
घर से चलाता है फर्जी जॉब कंसल्टेंसी
वहां मौजूद मुकेश प्रसाद ने बताया कि मेरे भाई का नौकरी लगवाने के लिए इसको 40 लाख रुपया दिए। इसने कहा अपना ओरिजनल कागज लेकर इस विभाग में चले जाना। वहां गया तो एक आदमी ऑफिस के गेट पर आकर मुझसे पेपर ले गया। उसने कहा कि 2 से 3 महीने में आपको आकर ज्वाइन करना है। वह आरोपी का साला किसलय राज था। उसने कहा काम के दौरान ट्रेनिंग होगी। इसके बाद मेरे जानकारी के 4 लड़कों ने अपनी नौकरी के लिए सब मिलाकर 1 करोड़ रुपए इसको दिया। अब मेरा लगभग 1 करोड़ 40 लाख रुपया फंस गया है। इसी तरह तकरीबन 15 से 17 लोगों में किसी का 4 लाख तो किसी का 10 लाख फंस चुका है।
FIR दर्ज कराने पहुंचे हैं सभी
कंकड़बाग थानाध्यक्ष रवि शंकर सिंह ने बताया कि इन सभी लोगों के द्वारा चिरंजीवी नाम के व्यक्ति पर 50 करोड़ से ऊपर का अलग-अलग तरीकों से पैसा नहीं लौटने का मामला आया है। आवेदन ले लिया गया है। सभी से अलग-अलग अपने लेनदेन के कागजात को जमा कराया जा रहा। आरोपी की भी जानकारी ली जा रही है। अगर इन लोगों के आरोप सही निकले तो FIR होगा।
Join Mashal News – JSR WhatsApp Group.
Join Mashal News – SRK WhatsApp Group.
सच्चाई और जवाबदेही की लड़ाई में हमारा साथ दें। आज ही स्वतंत्र पत्रकारिता का समर्थन करें! PhonePe नंबर: 8969671997 या आप हमारे A/C No. : 201011457454, IFSC: INDB0001424 और बैंक का नाम Indusind Bank को डायरेक्ट बैंक ट्रांसफर कर सकते हैं।
धन्यवाद!