
राजनीतिक सहमति होने पर कठोर नियम लाए जा सकते हैं
सूचना प्रौद्योगिकी मंत्री अश्विनी वैष्णव ने शुक्रवार को राज्यसभा में कहा कि सोशल मीडिया को और अधिक जवाबदेह बनाने की जरूरत है और इस विषय पर राजनीतिक सहमति होने पर कठोर नियम लाए जा सकते हैं। वैष्णव ने उच्च सदन में प्रश्नकाल के दौरान पूरक सवालों के जवाब में यह टिप्पणी की। उन्होंने कहा कि जब कभी सरकार ने सोशल मीडिया को जवाबदेह बनाने के लिए कोई कदम उठाया तो विपक्ष का आरोप था कि सरकार अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता पर अंकुश लगाने का प्रयास कर रही है।
‘बुली बाई‘ जैसी वेबसाइट के खिलाफ हुई कार्रवाई-मंत्री
अश्विनी वैष्णव ने कहा, ‘लेकिन ऐसा नहीं है।’ मुस्लिम महिलाओं को निशाना बनाने वाली ‘बुली बाई’ जैसी वेबसाइट के खिलाफ कार्रवाई के बारे में पूछे गए एक सवाल के जवाब में उन्होंने कहा कि मामला के संज्ञान में आते ही सरकार ने तुरंत कार्रवाई की। वैष्णव ने कहा, ‘हमें अपनी महिलाओं और भावी पीढ़ियों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए सोशल मीडिया को जवाबदेह बनाने की खातिर संतुलन और आम सहमति बनानी होगी।’
सोशल मीडिया की और अधिक जवाबदेही तय करनी होगी
उन्होंने कहा कि सोशल मीडिया के नियमों को मजबूत बनाना होगा और अगर विपक्ष सरकार पर अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता पर अंकुश लगाने का आरोप लगाता है, तो यह गलत है।
यह भी पढ़ें-गलवान घाटी में भारतीय सैनिकों पर हमले के जिम्मेदार चीनी सैनिक के हाथ में ओलंपिक मशाल
कांग्रेस सदस्य आनंद शर्मा के एक सवाल के जवाब में मंत्री ने कहा, ‘अगर सदन में आम सहमति बनती है, तो हम सोशल मीडिया के लिए और भी सख्त नियम बनाने को तैयार हैं। मेरा निजी तौर पर मानना है कि अपने नागरिकों की सुरक्षा के लिए हमें नियमों को और सख्त करना चाहिए।’ उन्होंने कहा कि वह इस बात से सहमत हैं कि हमें एक समाज के रूप में आगे आना होगा और सोशल मीडिया की और अधिक जवाबदेही तय करनी होगी।
वैष्णव ने कहा कि पूरे देश में होने वाले किसी भी साइबर अपराध के लिए एक ढांचा बनाया गया है और केंद्रीय पोर्टल पर इसकी जानकारी दी जा सकती है और यह संबंधित कानून प्रवर्तन एजेंसी के पास जाती है। सूचना प्रौद्योगिकी मंत्री ने कहा, ‘यह हमारी प्रतिबद्धता है और इसमें किसी भी धर्म या क्षेत्र की कोई बात नहीं है।’ उन्होंने कहा कि सरकार ने इस मामले में तत्काल कार्रवाई शुरू कर दी है।

शशांक शेखर विगत 30 वर्षों से पत्रकारिता, आकाशवाणी व सामाजिक कार्यों से जुड़े हुए हैं साथ ही लघु/फीचर फिल्मों व वृत्त चित्रों के लिए कथा-लेखन का कार्य भी विगत डेढ़ दशकों से कर रहे हैं. मशाल न्यूज़ में पिछले लगभग ढाई वर्षों से कार्यरत हैं.
Join Mashal News – JSR WhatsApp
Group.
Join Mashal News – SRK WhatsApp
Group.
सच्चाई और जवाबदेही की लड़ाई में हमारा साथ दें। आज ही स्वतंत्र पत्रकारिता का समर्थन करें! PhonePe नंबर: 8969671997 या आप हमारे A/C No. : 201011457454, IFSC: INDB0001424 और बैंक का नाम Indusind Bank को डायरेक्ट बैंक ट्रांसफर कर सकते हैं।
धन्यवाद!