रोजगार के लिए झारखंड से अफ्रीकी देश माली में काम करने गए 33 मजदूर वहां फंस गए है। इनमें ज्यादातर मजदूर,हजारीबाग और गिरिडीह के हैं। ये मजदूर अफ्रीका में भारी दिक्कत में हैं क्योंकि उन्हें तीन माह से वेतन नही मिल रहा है। जो बिचौलिया उन्हें वहां ले गया था वह भी कोई मदद नही कर रहा है। परदेश में कोई दूसरा उन्हें सहयोग देने वाला भी नही है। पीड़ित मजदूरों ने माली से सोशल मीडिया पर पोस्ट कर वतन वापसी की गुहार लगाई है। मजदूरों ने एक वीडियो जारी कर केंद्र और झारखंड सरकार से उन्हें वापस बुलाने की मांग की है।
दक्षिण अफ्रीका के माली में फंसे झारखंड के हजारीबाग और गिरिडीह जिले के 33 मजदूर। मजदूरों ने भारत और झारखंड सरकार से वतन वापसी के लिए गुहार लगाई है।@JagranNews @DrSJaishankar @JharkhandCMO pic.twitter.com/1LiKgq3PVY
— Amit Singh (@Join_AmitSingh) January 16, 2022
ब्रोकर है फरार
अफ्रीका के माली में फंसे मजदूरों में विष्णुगढ़ के रूपलाल महतो, सुकर महतो, संदीप कुमार महतो, तिलक महतो, नंदलाल महतो समेत चुरचू तथा बरकट्ठा के भी लोग हैं। मजदूरों ने वीडियो संदेश में कहा है कि दलाल ने उन्हें झांसा देकर अफ्रीका भेजा था। भेजते समय उसने समय से वेतन और अन्य सुविधाएं दिलाने की बात कही थी। लेकिन, तीन महीने का तो वेतन भी नहीं दिया गया है। इस वजह से उनके सामने खाने पीने की भी समस्या उत्पन्न हो गयी है। मजदूरों ने बताया है कि उन्हें ले जाने वाला ब्रोकर बगैर जानकारी दिए भारत लौट गया है। फोन पर बात करने पर उन्हें धमकी दी जा रही है। सभी मजदूर काफी डरे सहमे हैं और अभी एक कमरे में रह रहे हैं।
क्या कहना है प्रशासन का
इधर जिला प्रसाशन ने कहा है कि मजदूरों के अफ्रीकी देश में जाकर काम करने की कोई जानकारी नही दी गयी है। डिप्टी कमिश्नर आदित्य कुमार आनंद ने बताया कि इस संबंध में कोई सूचना नहीं है। डीसी ने आश्वासन दिया है कि इस संबंध में जानकारी जुटाई जा रही है। उसके बाद जो भी हर संभव मदद दी जाएगी l
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