आदित्यपुर औद्याेगिक क्षेत्र स्थित जेएमटी ऑटो लिमिटेड पर आरबीआई (रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया), एसबीआई, एक्सिस समेत विभिन्न बैंकों का लगभग 168 कराेड़ रुपए बकाया है। इस कारण अब कंपनी दिवालिया हाे गई और मामले में एनसीएलटी (नेशनल कंपनी लॉ ट्रिब्यूनल) निगरानी कर रही है।
एनसीएलटी में मामला चले जाने के बाद कंपनी प्रबंधन का बैंक खाता सीज हाे चुका है। एनसीएलटी ही अब बैंक खाते को ऑपरेट कर रही है। एनसीएलटी के आरपी (रिजॉल्यूशन प्रोफेशनल) प्रदीप सेठी की देखरेख में अंकुर माेदी और विभाष धर लेन-देन की निगरानी कर रहे है।
तीन साल से वेंडर व ट्रांसपोर्टर को नहीं किया भगतान, बकाया 60 कराेड़ हुआ
जेएमटी ऑटो के 20 वेंडरों समेत ट्रांसपोर्टर व अन्य का लगभग 60 कराेड़ रुपए बकाया है। प्रबंधन ने तीन साल से वेंडरों को भुगतान नहीं किया है। वेंडरों व मजदूराें ने कंपनी प्रबंधकों के विश्वासपात्राें की संपत्ति की जांच करने की मांग की है।
मजदूराें का कहना है कि कंपनी घाटे में चली गई। मगर प्रबंधन के विश्वासपात्र की हैसियत कंपनी व कंपनी के बाहर बढ़ती चली गई। स्क्रैप से लेकर मशीनें तक बेच दी गई हैं।
किस बैंक का कितना कर्ज
- 76.93 कराेड़एक्सिस बैंक
- 58.12 कराेड़आरबीआई
- 25.90 कराेड़एसबीआई
- 0.73 करोड़बीओआई
- 60 कराेड़वेंडर-ट्रांसपाेर्टराें का बकाया
- 25 कराेड़मजदूराें का बकाया वेतन
100 मजदूर कंपनी परिसर में जुटे, प्रबंधन काे घेरा
जेएमटी ऑटो लिमिटेड के लगभग 100 मजदूर मंगलवार काे कंपनी परिसर पहुंचे। मजदूराें के अलावा कार्यरत मैनेजर भी आए थे। लाेगाें ने प्रबंधन के विश्वासपात्र पदाधिकारियों काे घेरा। फिर जेएमटी कंपनी परिसर में बैठक हुई।
कंपनी पर 168 कराेड़ का बकाया हाे गया है। प्रबंधन और विश्वासपात्राें की लूट खसाेट के कारण कंपनी डूबी है। एनसीएलटी को उन लोगों की संपत्ति की जांच की जानी चाहिए जो कल तक कंपनी में मजदूर थे और आज उनके पास अथाह संपत्ति है। -नीतेश कुमार, अध्यक्ष, वर्कर्स यूनियन
Join Mashal News – JSR WhatsApp Group.
Join Mashal News – SRK WhatsApp Group.
सच्चाई और जवाबदेही की लड़ाई में हमारा साथ दें। आज ही स्वतंत्र पत्रकारिता का समर्थन करें! PhonePe नंबर: 8969671997 या आप हमारे A/C No. : 201011457454, IFSC: INDB0001424 और बैंक का नाम Indusind Bank को डायरेक्ट बैंक ट्रांसफर कर सकते हैं।
धन्यवाद!