पुलिस ने शक्तिपदो सेनापति के खिलाफ सरकारी कार्य में बाधा पहुंचाने और दो पत्रकारों के साथ मारपीट, जान मारने की धमकी देने और कैमरा छीनकर क्षतिग्रस्त करने का मामला दर्ज कराया है।
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पुलिस कर रही थी पूछताछ
कांड्रा थाना में दर्ज कराई गई शिकायत में गम्हरिया निवासी पत्रकार मनीष कुमार लाल दास ने कहा है कि वे अपने साथी पत्रकार अनूप मिश्रा के साथ मेटालसा कंपनी के तालाब में तीन बच्चों के डूबने से जुड़े समाचार का कवरेज करने गए थे। वहां से वापसी के दौरान दोपहर करीब साढ़े तीन बजे कांड्रा टोल प्लाजा के पास पहुंचे तो देखा कि ट्रैफिक पुलिस द्वारा एक वाहन चालक को रोककर यातायात उल्लंघन से संबंधित कार्रवाई के लिए पूछताछ कर रही है। उन्होंने देखा कि वाहन चालक उग्र होकर ट्रैफिक पुलिस के साथ अभद्र भाषा का प्रयोग करते हुए गाड़ी रोकने का विरोध कर रहा था। यह देख मनीष और अनूप घटना की वीडियो रिकॉर्डिंग करने लगे। इसी बीच शक्तिपदो सेनापति ने उनके साथ धक्का-मुक्की शुरू कर दी और दोनों का मोबाइल और कैमरा छीनकर वीडियो और फोटो डिलीट कर कैमरा को क्षतिग्रस्त कर दिया। इतना ही नहीं उसने दोनों पत्रकारों को बुरा अंजाम भुगतने की भी चेतावनी दे डाली।
शिकायत की गई दर्ज
मामले में गम्हरिया यातायात थाना के एएसआई प्रमोद कुमार सिंह ने रामकृष्णा फोर्जिंग के सीपीओ शक्तिपदो सेनापति के खिलाफ सरकारी कार्य में बाधा पहुंचाने की शिकायत दर्ज कराई है। अपनी शिकायत में उन्होंने कहा कि वे एएसआई अनिल कुमार, आरक्षी आदित्य कुमार सिंह और सुनील कुमार के साथ कांड्रा टोल प्लाजा के पास ड्यूटी कर रहे थे। उसी वक्त करीब 3.45 बजे वाहन (जेएच 22 टीसी-408) चालक मोबाइल से बात करते हुए ड्राइव कर रहा था। आरक्षी आदित्य कुमार सिंह ने गाड़ी को रुकने का इशारा किया तो वह तेजी से भागने लगा।
फाइन बुक छीन लिया
इसके बाद सभी ने आगे बढक़र वाहन को रुकवाया। गाड़ी रुकते ही चालक ने पुलिसकर्मियों को धमकाना शुरू कर दिया। उसने कहा कि तुम लोग मुझे जानते नहीं, मैं रामकृष्णा फोर्जिंग का अधिकारी सेनापति हूं। इसके बाद उसने पुलिस कर्मियों के साथ अभद्र भाषा का प्रयोग करते हुए एएसआई प्रमोद सिंह का कॉलर पकडक़र धक्का दे दिया। इतना ही नहीं हाथ से फाइन बुक छीन लिया। शिकायत में कहा गया है कि इसी दौरान दोनों मीडियाकर्मी वहां पहुंचे और वीडियो बनाने लगे तो शक्तिपदो सेनापति और उसके अन्य सहयोगियों ने मीडियाकर्मियों से मोबाइल और कैमरा छीन लिया और धक्का मुक्की करते हुए रिकॉर्ड किए गए फोटो और वीडियो को डिलीट कर दिया। पूरा घटनाक्रम सीसीटीवी में कैद हो गया है। बाद में टोल के पास लगाए गए बैरियर को सेनापति ने पैर से मारकर हटाया और अपनी गाड़ी निकाल कर चलते बने।
केस दर्ज हो गया है। मामले की जांच होगी। शक्तिपदो सेनापति और उसके सहयोगियों ने यदि दुव्र्यव्यहार किया है तो सभी के खिलाफ एक्शन लिया जाएगा।