Mark Zukerberg ने जब फेसबुक बनाया होगा तब सोचा भी नहीं होगा कि ये इतना ज़्यादा पोपुलर हो जायेगा | यहाँ तक कि आज अगर किसी के पास फेसबुक अकाउंट न हो तो उसे बड़े आश्चर्य से देखा जाता है, मनो कोई बड़ी गलती कर दी हो |
जानकर हैरानी होगी कि आज फेसबुक पे 1 billion से ज़्यादा रजिस्टर्ड यूज़र्स है यानि दुनिया का हर सातवाँ आदमी फेसबुक पे है |लेकिन सोचने वाली बात ये है कि क्या आप फेसबुक का सिर्फ normal इस्तमाल करते हैं, ओवर इस्तमाल करते हैं या इसके आदी हो गये हैं |
फेसबुक पे कितना समय देते हैं और इसका आप पर असर
नार्मल तौर पे अगर देखें तो चेक कीजिये कि क्या आप रोज़ फेसबुक को 1 घंटा से कम समय देते हैं या ज़्यादा |
इसका मतलब ये नहीं है है कि आप साक्षात् सामने बैठकर फेसबुक चला रहे हो, अगर आप इसके बारे में सोच भी रहे हैं तो भी वो समय गिना जाता है | क्यूंकि इससे आपका दिमाग फेसबुक के लिए ओक्युपाई हो रहा है | और अगर आपको लगता है कि आप इसके आदि तो नही नही तो नीचे दिए गये बातों को चेक कर लें |
- आप का दिमाग अकसर इसी बात में लगा रहता है कि आपकी पोस्ट की गयी चीजों पर क्या कमेंट आया होगा, कितने लोगों ने लाइक किया होगा|
- बिना मतलब आप बार-बार फेसबुक स्क्रीन रिफ्रेश करते हैं कि कुछ नया दिख जाए|
- अगर थोड़ी देर आपका internet नहीं चला तो आप updates चेक करने साइबर कैफे चले जाते हैं या दोस्त को फ़ोन करके पूछते हैं|
- आप टॉयलेट में भी मोबाइल या लैपटॉप लेकर जाते हैं कि Fb use कर सकें|
- सोने जाने से पहले सभी को Good Night करते हैं और सुबह उठ कर सबसे पहले ये देखते हैं कि आपकी गुड नाईट पर क्या reactions आये|
कई लोगों का मानना है कि Fb आधे घंटे से अधिक इस्नतमाल नही करना चाहिए | वहीँ अगर आप आधा घंटा से ज़्यादा इस्तमाल करते हैं तो समय की बर्बादी करते हो तबतक जबतक आप इसे purposefully यूज़ कर
ये भी पढ़ें : एक फ्रॉड लड़की की लाइफ पे कहानी बनाएगी नेटफ्लिक्स, लड़की को दिए लाखों डॉलर
किस तरह के लोग फेसबुक का इस्तमाल ज़रूरत से ज़्यादा करते हैं
कुछ लोग फेसबुक का इस्तमाल ज़रूरत से ज़्कियादा करते हैं | आएये जानते हैं वो लोग कौन है |
- जिनके पास कोई meaningful goal नहीं है – Wanderers
- लोगों का ध्यान आकर्षित करना चाहते हैं – Attention seekers.
- अपनी life से अधिक दूसरों की life में interest रखते हैं – Peepers.
क्या नुकसान कर सकता है Facebook का ओवर इस्तमाल ?
इसकी लिस्ट तो बहुत लम्बी है लेकिन आज हम आपके साथ 7 सबसे ज़रूरी बातें शेयर कर रहे हैं | तो आएये देखते हैं इन्हें |
जाने अनजाने में आप अपनी ख़ुशी का कंट्रोल दूसरों के हाथो में दे देते हैं
आपके पोस्ट, कमेंट्स, लाइक्स, डिसलाइक्स, आदि बातों का आपके दिमाग और लाइफस्टाइल पे गहरा प्रभाव डालता है |ज़रूरी नही कि ऐसा सभी के साथ हो, लेकिन इतना ज़रूर है कि हम कहीं न कहीं इन चीजों से इफ़ेक्ट होते हैं | ये छोटे छोटे इफेक्ट्स बड़े होते जाते हैं और हमें पता भी नहीं चलता कि हम अपना real self कहाँ छोड़ आये|
दूसरों की खूबियाँ और खुद की कमियां नज़र आने लगती है-जब कोई अपनी लाइफ की अच्छी बातों को फेसबुक पे शेयर करता है तो बाकि लोगों को लगता है कि उसकी लाइफ एक दम मस्त और सही चल रही है | वहीँ आपको लगता है कि उसकी लाइफ आपसे बेहतर है |
आप दुखी होने लगते हैं और अपनी लाइफ को दूसरों की लाइफ से compare करने लगते हैं | Fb की वजह से depression में जाने वालों की संख्या दिन-ब-दिन बढती जा रही है |ध्यान रहे कि आप इसके शिकार न हो जाये |
Real Friends और relationships suffer करते हैं
लोग फेसबुक पे ज़्यादा से ज़्यादा दोस्त बनाने में लगे रहते हैं | फ्रेंड लिस्ट को बढ़ने के लिए नए-नए उपाय करते हैं | इन सब में कहीं न कहीं लाइफ के असली दोस्त और रिश्ते खोने लगते हैं | दरअसल में फेसबुक में असल दोस्त कम ही होते हैं | Fb पर सब बहुत मैकेनिकल होता है | क्योंकि Fb तो एक भीड़ की तरह है|भीड़ का कोई चेहरा नहीं होता | जो सामने पड़ा like किया, comment दिया और आगे बढ़ गए| हर individual को attention देना ये Fb की आत्मा में नहीं है |
आप addicts से communicate करने लगते हैं
शायद आपने Pareto principle के बारे में सुना होगा | इस principle का कहना है कि 80% चीजों के लिए 20% चीजें जिम्मेदार होती हैं | उदाहरण के तौर पे किसी company की 80 % sales 20% customers की वजह से होती है| ऐसा ही कुछ Fb पे भी होता है|80% updates 20% लोगों द्वारा ही की जाती है|
इसलिए आप बार बार उन्ही से linkup होते रहते हैं| आमतौर पे ये वही एडिक्टेड लोग होते हैं जो बस Fb से चिपके रहते हैं |ऐसे लोगों से interact करना शायद ही कभी आपको काम की चीजें बता पाएं| इसलिए ये समय की बर्बादी होती है|
आपको Socially active होने का भ्रम हो जाता है और reality इसके उलट होती है
Facebook पे होने से कई लोग खुद को socially active समझने लगते हैं|friends को hi -bye कर के अपना role पूरा समझ लेते हैं | धीरे-धीरे ये बिलकुल mechanical हो जाता है| आप Fb पे तो hi करते हैं लेकिन जब उसी दोस्त से college या ffice में मिलते हैं तो react भी नहीं करते | जैसे आपकी online presence मायने रखती हो पर आपका खुद का मौजूद होना बेमानी हो |
सेहत पे बुरा बुरा असर पड़ता है
Fb पर लम्बे समय तक समय बिताने से आपको फिजिकल और मेंटल दोनों तरह की प्रॉब्लम हो सकती हैं|आपकी आँखें कमजोर पड़ सकती हैं| गलत posture में बैठने से आपको स्पॉन्डिलाइटिस हो सकता है| वहीँ डिप्रेशन में जाने का खतरा तो हमेशा ही बना रहता है|
आप अपनी life के सबसे energetic दिनों को lazy entertainment में लगा देते हैं – Fb का इस्तमाल करने वालों की demography देखी जाए तो इसे सबसे अधिक teens और twenties के युवा करते हैं | जहाँ उनके पास करने को बहुत कुछ ज़रूरी काम हैं| लेकिन वो एक कोने में बैठ कर अपने energetic दिनों को एकदम unproductive चीज में लगा देते हैं|
ये भी पढ़ें : आशा भोसले लता दी और बप्पी दा के चले जाने और बप्पी के आखिरी दर्शन में न जा पाने से है बेहद दुखी
Join Mashal News – JSR WhatsApp Group.
Join Mashal News – SRK WhatsApp Group.
सच्चाई और जवाबदेही की लड़ाई में हमारा साथ दें। आज ही स्वतंत्र पत्रकारिता का समर्थन करें! PhonePe नंबर: 8969671997 या आप हमारे A/C No. : 201011457454, IFSC: INDB0001424 और बैंक का नाम Indusind Bank को डायरेक्ट बैंक ट्रांसफर कर सकते हैं।
धन्यवाद!