अन्ना डेल्वी उर्फ अन्ना सोरोकिन की कहानी अपने आप में एक थ्रिलर उपन्यास के प्लॉट से कम नहीं है. 1991 में दक्षिण मॉस्को के एक निम्न मध्यवर्गीय वर्किंग क्लास परिवार में जन्मी सामान्य नैन-नक्श, लेकिन बला के तेज दिमाग वाली एक लड़की. पिता ट्रक ड्राइवर थे और मां एक छोटा-मोटा जनरल स्टोर चलाती थीं. बाद में फुल टाइम हाउस वाइफ बन गईं. उसकी जिंदगी पर फिल्म बनाने के लिए नेटफ्लिक्स ने उसे तीन लाख 20 हजार डॉलर दिए.
जीवन बेहद गरीबी और अभाव में गुजरा
जिस लड़की का जीवन एक बहुत सामान्य से घर में बेहद गरीबी और अभाव में गुजरा, जो बचपन में टीचरों से बात करते भी हकलाती और डरती थी, एक दिन उसने अमेरिका में घुसकर वहां के बड़े-बड़े अमीरों और ताकतवर लोगों को चूना लगा दिया. उसने सबको यकीन दिला दिया कि वो बहुत समृद्ध परिवार से है. कुलीनता उसके खून में है. वो अपने आप में एक चलती-फिरती रॉयल्टी है. उसने खुद को तुर्रमखां तोप समझने वाले बड़े-बड़े बुद्धिमानों की अकल पर पर्दे डाल दिए.
ताकतवर देश की अदालत में करोड़ों के फ्रॉड का मुकदमा
फिर एक दिन उस लड़की पर दुनिया के सबसे ताकतवर देश की अदालत में करोड़ों के फ्रॉड का मुकदमा चला. उस मुकदमे की डीटेल अपने आप में एक कहानी है. अपने कपड़ों और फैशन को लेकर अन्ना इतनी सावधान थी कि उसने अपने वकील से कहकर अपने लिए एक विशेष एलीट फैशन डिजाइनर बुलवाया था, जो हर हियरिंग से पहले उसके लिए स्पेशल फैशनेबल आउटफिट तैयार करता था. जज ने कोर्ट में एक बार कहा भी कि लगता है कि अन्ना सोरोकिन को मुकदमे से ज्यादा अपने कपड़ों और फैशन की चिंता है.
जब उसकी जेब में फूटी कौड़ी भी नहीं थी, उसे न्यूयॉर्क के आधे एलीट, आर्टिस्ट, फैशन डिजाइनर, सोशलाइट्स और यहां तक कि बड़े-बड़े बैंकाें को भी इस बात का यकीन दिला दिया कि वो जर्मनी के एक अरबपति की करोड़ों की संपत्ति की इकलौती वारिस है.
अन्ना को दुनिया की 13 भाषाएं आती
अन्ना जब 15 साल की थी तो उसका परिवार मॉस्को से जर्मनी जाकर बस गया, जहां उसकी स्कूली शिक्षा हुई. यूं अन्ना यूं तो पढ़ाई में औसत ही थी, लेकिन उसका दिमाग बहुत तेज था. उसे दुनिया की 13 भाषाएं आती थीं. उसका मैमोरी फोटोग्राफिक थी. जो भी चीज एक बार पढ़ लेती, उसे हमेशा के लिए याद हो जाता. उसमें लोगों को प्रभावित करने और अपने बस में करने की गजब की कला आती थी.
वरना ये मुमकिन नहीं था कि इतने सारे लोग उसके झूठ पर इतनी शिद्दत से यकीन करने लगे थे. आप एक बार में दो-चार-दस लोगों को अपने झूठ का यकीन दिला सकते हैं, बेवकूफ बना सकते हैं, लेकिन आधे न्यूयॉर्क को नहीं. और वो भी सामान्य मध्यवर्गीय लोग नहीं. सबसे काबिल, सबसे बुद्धिमान और सबसे ताकतवर लोग.
फैशन मैगजीन में कुछ समय काम किया
न्यूयॉर्क जाने से पहले अन्ना लंदन और पेरिस में कुछ समय बिता चुकी थी. पेरिस में एक फैशन मैगजीन में कुछ समय काम भी किया, लेकिन न्यूयॉर्क जाकर उसे पहले बार लगा कि यहां लोगों से दोस्ती करना आसान है. न्यूयॉर्क में जितनी जल्दी लोग उसके फ्रॉड पर यकीन कर उसे सच मान लेते थे और इस बात को लेकर तुरंत इंप्रेस हो जाते कि जर्मनी में उसके नाम पर 60 मिलियन डॉलर का ट्रस्ट है, उसे लगा कि न्यूयॉर्क उसके रहने और काम करने के लिए सबसे सही जगह है. इस बात की संभावना कम थी कि यूरोप में कोई उसकी इन झूठी कहानियों से इंप्रेस हो जाए.
आर्ट हाउस क्लब खोलने के नाम पर कई अमीरों को ठगा
अन्ना सोरोकिन ने न्यूयॉर्क में एक आर्ट हाउस क्लब खोलने के नाम पर कई अमीरों को ठगा. उसके बोर्ड में अपने-अपने क्षेत्र के बेस्ट लोग काम करने को शामिल हो गए. उसका आर्किटेक्ट वो व्यक्ति था, जिसके परिवार ने वर्ल्ड ट्रेड सेंटर का आर्किटेक्ट डिजाइन किया था. उसकी टीम में कोई भी मामूली व्यक्ति नहीं था. उन सारे लोगों ने इस उम्मीद और भरोसे पर अन्ना डेलवी पर अपने करोड़ों लुटाए कि 60 मिलियन डॉलर की मालकिन अन्ना डेलवी जब 25 साल की हो जाएगी तो उसे अपने नाम पर बने ट्रस्ट का पैसा मिल जाएगा. इस यकीन पर सबने उस पर पैसे लुटाए और उसने किसी को एक दमड़ी भी नहीं दी.
न्यूयॉर्क की अदालत में मुकदमा
अन्ना का ये फ्राड काफी दिनों तक चला, लेकिन एक न एक दिन उस फ्रॉड का भंडाफोड़ तो होना ही था. जब अन्ना का फ्रॉड सामने आया तो न्यूयॉर्क की अदालत में उस पर मुकदमा चला. जब मुकदमे की पहली खबर आई तो न्यूयॉर्क मैगजीन की जर्नलिस्ट जेसिका प्रेस्लर को लगा कि इस लड़की की कहानी में कुछ तो खास बात है.
जेसिका ने अन्ना सोरोकिन की कहानी को ढूंढना शुरू किया. महीनों की मेहनत और सैकड़ों लोगों के इंटरव्यू के बाद न्यूयॉर्क मैगजीन में स्टोरी छपी- “हाउ अन्ना डेल्वी ट्रिक्ड न्यूयॉर्क पार्टी पीपुल.” नेटफ्लिक्स की सीरीज इनवेन्टिंग अन्ना उस कहानी पर आधारित है.
नेटफ्लिक्स ने दिए तीन लाख 20 हजार डॉलर
अन्ना की जिंदगी पर कहानी बनाने का राइट लेने के लिए नेटफ्लिक्स ने उसे तीन लाख 20 हजार डॉलर दिए, जिसका एक बड़ा हिस्सा उसे उस लोगों को लौटाना पड़ा, जिन्हें उसने हजारों डॉलर का चूना लगाया था. अन्ना इस वक्त न्यूयॉर्क की जेल में है. अमेरिका उसे जर्मनी डिपोर्ट करने की तैयारी कर रहा है.
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