कोरोना संक्रमण और लॉक डाउन के कारण पिछले दो वर्षों से बोर्ड परीक्षा प्रभावित हो रही है। बच्चों को ऑनलाइन पढाया जा रहा है | कोरोना के खतरे को देखते हुए इस बार माध्यमिक बोर्ड ने परीक्षा कराने का निर्णय फरवरी माह में ही लिया है।
क्या है बदलाव
बोर्ड ने गाइड लाइन जारी करते हुए कड़े दिशा निर्देश दिए हैं कि इस बार कोविड की गाइड का पालन करते हुए ही परीक्षा केंद्र बनाएं जाएं। इसके अलावा वैसे केंद्रों को प्राथमिकता दी जाये जहां कम्प्यूटर, इंटरनेट, प्रिन्टर, फोटोकॉपी मशीन की सुविधा उपलब्ध हो |
जिन स्कूलों में विद्यार्थियों की संख्या 250 से कम है वह स्कूल परीक्षा केंद्र नहीं बन सकेंगे। परीक्षा समन्वयक अरविंद जैन ने बताया कि मण्डल की गाइडलाइन के मुताबिक परीक्षा केंद्रों में बदलाव होगा। अभी सभी विकासखण्ड अधिकारियों से सूची मांगकर भोपाल भेज दी गई है। 15 दिसंबर तक भोपाल से तय हो जाएगा कि कितने परीक्षा केंद्रों पर परीक्षा आयोजित की जाएगी।
केंद्र बनाने के नियम
– शहरी क्षेत्र में 5 किलोमीटर और ग्रामीण क्षेत्र में 10 किलोमीटर से अधिक नहीं होगी।
– परीक्षा केन्द्र का चयन शासकीय अथवा अशासकीय विद्यालय के बजाय संस्था में उपलब्ध अधोसंरचना, और सुविधाओं के आधार पर किया जाएगा।
– ऐसे कोई भी विद्यालय को परीक्षा केन्द्र नहीं बनाया जाएगा जहां टाटपट्टी अथवा जमीन पर परीक्षार्थियों को बैठाकर परीक्षा देने की स्थिति बने ।
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