क्या भारत की केंद्रीय जांच एजेंसियां बन रही हैं राजनीतिक हथियार ?

विपक्षी दलों का सवाल है कि क्या यह महज संयोग है कि इन दोनों एजेंसियों की सबसे ज्यादा सक्रियता उन मामलों में ही देखने को मिल रही है जिसमें गैर-बीजेपी दलो के नेता या मंत्री शामिल हैं? क्या यह भी संयोग है कि पार्टी बदल कर बीजेपी का दामन थामने वाले दागी नेताओं के मामले … Continue reading क्या भारत की केंद्रीय जांच एजेंसियां बन रही हैं राजनीतिक हथियार ?