पोटका 27 जुलाई – पूर्वी सिंहभूम जिला अन्तर्गत 34 पंचायत वाली पोटका प्रखंड को काट कर 15 पंचायत वाली प्रस्तावित कोवाली प्रखंड को यथाशीघ्र संभव प्रखंड का दर्जा दिलाने हेतु दक्षिण पोटका उन्नयन समिति का आठ सदस्यीय प्रतिनिधिमंडल विधायक संजीव सरदार से मिला। विधायक संजीव सरदार को मुख्य मंत्री हेमन्त सोरेन झारखंड सरकार के नाम पर कोवाली को यथाशीघ्र संभव प्रखंड का दर्जा देते हुए घोषित करने के सम्बन्ध में एक आवेदन दिया गया।
प्रखंड बड़ा क्षेत्र होने के कारण पोटका को दो भागों में बांटा गया है
आवेदन में कहा गया है कि पोटका प्रखंड 1960 साल के पूर्व ही बना है उसी समय से ही पोटका प्रखंड बड़ा क्षेत्र होने के कारण पोटका को दो भागों में बांटा गया है पोटका वन और पोटका टू तदनुसार शिक्षा के क्षेत्र में प्रखंड शिक्षा प्रसार पदाधिकारी अलग-अलग दो ग्रैजेट्ड्स पद सृजित है पोटका 2 क्षेत्र को दक्षिण पोटका भी कहा जाता है यही 15 पंचायत वाली प्रस्तावित कोवाली प्रखंड है। प्रस्तावित कोवाली प्रखंड में कोवाली, नारदा ,हरिणा, जानमडीह ,जामदा ,हेंसलआमदा, तेंतलापोड़ा, टांगराईन , चाकड़ी हेंसड़ा, रसुनचोपा, गंगाड़ीह, पोड़ाडीहा, हल्दीपोखर- 1 हल्दी पोखर -2 पंचायत आता है जो अति पिछड़ा,अनुन्नत, अशिक्षित, आदिवासी बहुल पांचवीं अनुसूची क्षेत्र के अंतर्गत आता है।
प्रखंड सृजन सम्बंधित नियमानुकूल कार्रवाई करने की अपील
इसका आन्दोलन अविभाजित बिहार के समय से हो रहा है जैसे ही 15 नवंबर 2000 को, बिहार से अलग होकर झारखंड नाम से एक अलग राज्य का गठन हुआ, तब बिहार सरकार ने प्रस्तावित कोवाली प्रखंड सम्बंधित सभी कागजात ग्रामीण विकास विभाग, झारखंड सरकार को आवश्यक कार्याथ लौटा दिया है। 16 जून 2006 को झारखंड सरकार के तत्कालीन मुख्यमंत्री अर्जुन मुंडा को आवेदन दिया गया तब उनके निर्देशानुसार तत्कालीन सचिव के ज्ञांपन संख्या 5101596/मु. म. स. रांची 5 जुलाई 2006 के द्वारा सचिव ग्रामीण विकास विभाग, झारखंड सरकार को निर्देश दिया गया है कि कोवाली नाम से नया प्रखंड सृजन सम्बंधित नियमानुकूल कार्रवाई करने की कृपा की जाए।
आवेदन के साथ जमीन से लेकर सभी सम्बंधित कागजात की छायाप्रति संलग्न किया गया है।
प्रतिनिधि मंडल में दक्षिण पोटका उन्नयन समिति के वर्तमान कार्यकारी सचिव रामेश्वर पत्रों, रामचंद्र टुडू ,जय हरि सिंह मुंडा, महानंद रजक ,लखन चंद्र मंडल, आशीष कुमार मंडल, उज्जवल कुमार मंडल ,आशीष कुमार मंडल आदि उपस्थित थे।
शशांक शेखर विगत 30 वर्षों से पत्रकारिता, आकाशवाणी व सामाजिक कार्यों से जुड़े हुए हैं साथ ही लघु/फीचर फिल्मों व वृत्त चित्रों के लिए कथा-लेखन का कार्य भी विगत डेढ़ दशकों से कर रहे हैं. मशाल न्यूज़ में पिछले लगभग ढाई वर्षों से कार्यरत हैं.
Join Mashal News – JSR WhatsApp Group.
Join Mashal News – SRK WhatsApp Group.
सच्चाई और जवाबदेही की लड़ाई में हमारा साथ दें। आज ही स्वतंत्र पत्रकारिता का समर्थन करें! PhonePe नंबर: 8969671997 या आप हमारे A/C No. : 201011457454, IFSC: INDB0001424 और बैंक का नाम Indusind Bank को डायरेक्ट बैंक ट्रांसफर कर सकते हैं।
धन्यवाद!