…जिसमें विधवा महिलाओं को सामाजिक कुरीतियों से बंधी हुई दिखाया गया
एकल नारी सशक्ति संगठन की ओर से आज 23 जून को अंतर्राष्ट्रीय विधवा दिवस के अवसर पर मंगलदीप, अमृत नगर में एकल नारी समागम का आयोजन किया गया। इस समागम में मुख्य अतिथि के रूप में जिला विधिक प्राधिकार से नेहा कुमारी एवं विशिष्ट अतिथि डॉ. विश्वनाथ आजाद तथा एकल नारी सशक्ति संगठन के निर्देशिका बिन्नी शामिल हुई।
लोहरदगा टीम ने पारंपरिक वेश-भूषा में अतिथियों का स्वागत किया। अतिथियों ने सामूहिक रूप से दीप प्रज्वलित कर कार्यक्रम की शुरुआत की। एकल नारी सशक्ति संगठन के टीम लीडर सिन्हा ने अंतरराष्ट्रीय विधवा दिवस का विषय प्रवेश कराया। एकल नारी सशक्ति संगठन की निर्देशक बिन्नी जी ने संगठन के इतिहास, उद्देश्य, ढांचा और कार्यशैली पर अपने विचार रखे। इसके बाद संगठन के प्रांतीय अध्यक्ष लीलावती देव के नेतृत्व में एक रोलप्ले का आयोजन हुआ, जिसमें विधवा महिलाओं को सामाजिक कुरीतियों से बंधी हुई दिखाया गया । पूरे शरीर के सभी अंगों में आंख, कान, नाक, गर्दन, हाथ, पैर, पेट में बंधे हुए दिखाए गए। अलग-अलग जिले से आई विधवा महिलाओं ने उनके शरीर में बंधी पट्टी को खोला और उन्हें संगठन की ताकत का एहसास कराया। उसके बाद संगठन के शक्ति के बारे में बताया।
बहनों ने कई क्रांति गीत गाए
संगठन की बहनों ने कई क्रांति गीत गाए। उसके बाद सभी बहने एक दूसरे को रक्षा धागा बांधा। विशिष्ठ अतिथि डॉ. विश्वनाथ आजाद ने कहा कि जिला विधिक प्राधिकार का हमेशा सहयोग मिलता रहा। भविष्य में भी जिला विधिक प्राधिकार के साथ मिलकर काम करने की अपील की।
मुझे खुशी हुई कि विधवा महिलाएं अपने हक अधिकार के लिए संघर्ष कर रही हैं-नेहा कुमारी
मुख्य अतिथि के रूप में जिला विधिक प्राधिकार से उपस्थित नेहा कुमारी ने कहा, “मैं आज पहली बार एकल महिलाओं के कार्यक्रम में शामिल हुई हूं। मुझे खुशी हुई कि विधवा महिलाएं अपने हक अधिकार के लिए संघर्ष कर रही हैं और इतनी ताकत आप में है, मैं उन्हें सलाम करती हूं। आज के बाद मैं आपके संगठन का एक हिस्सा बनकर खड़ी रहूंगी। जब भी आपको हमारी मदद की आवश्यकता होगी, हमसे जरूर संपर्क करें। मैं मदद करने के लिए तैयार हूं। केवल मैं ही नहीं, मैं इस कार्यक्रम के बारे में जिला विधिक अधिकार के सचिव और जजों को भी अवगत कराऊंगी, ताकि आपकी समस्याओं का समाधान सरलतापूर्वक हो सके। भविष्य में मिलकर साथ काम करेंगे।
एकल महिलाओं ने डायन-बिसाही पर रोल प्ले किया
अतिथियों के सामने एकल महिलाओं ने डायन-बिसाही पर रोल प्ले किया। उसके बाद विभिन्न जिले से आए महिलाओं ने अपना अनुभव साझा किए। जिनमें सिमरिया से विनीता ने कहा, “विधवा होने के बाद मुझे लोगों ने काफी परेशान किया। आज मैं विनीता बन कर खड़ी हूं।” गोड्डा से प्रभाती टूटू ने कहा कि उनके भाई ने उनको घर में रहने और जमीन का हिस्सा नहीं दिया। संगठन के सहयोग से घर और जमीन दोनों मिले। सिमडेगा से राहिल कुल्लू ने कहा, “मैं अपने जीवन में काफी संघर्ष किया, संगठन के सहयोग से आज अपनी बेटी को सिस्टर बनने की हैसियत दिला सकी हूं।” हजारीबाग से यासमीन खातून ने कहा, “मैं पहले घर से बाहर नहीं निकलती थी, लेकिन आज हर एक जगह जाती हूं। अधिकारियों से बात करती हूं।”
नारी में अपार शक्ति है-गीता
रांची से कौशल्या देवी ने कहा, “मैं पंचायत नहीं जानती थी, लेकिन आज संगठन के माध्यम से पंचायत, प्रखंड, जिले को भी जाना। मुखिया के जैसा हमारे पंचायत के लोग आते हैं। आज संगठन के काम से घर से बाहर निकल कर रांची, हजारीबाग, कोलकाता, दिल्ली रेल यात्रा एवं हवाई यात्रा करने की हिम्मत मिली। गीता जी ने कहा कि नारी में अपार शक्ति है। इसके अलावा संगठन के अध्यक्ष लीलावती देवी ने कहा कि अपने संघर्ष के अलावा बेघर बहनों को घर दिलाएं। हजारों को जमीन दिलाएं। हजारों की समस्या को समझाएं।
सभी बहनों ने बिंदी और मेहंदी लगाकर चुनरी ओढ़ कर सामूहिक नृत्य किया। इस कार्यक्रम को हर वर्ष करने की अपील की। साथ ही दिन दूनी रात चौगुनी संगठन को मजबूत और बेहतर करने की संकल्प के साथ समापन किया।
कार्यक्रम का संचालन टीम लीडर निभा सिन्हा ने किया। इस आयोजन में मुख्य रूप से सिमडेगा, रांची, लोहरदगा, लातेहार, गढ़वा, दुमका, साहिबगंज, गुड्डा, हजारीबाग, कोडरमा, चतरा, बोकारो, गिरिडीह एवं धनबाद कुल 14 जिले से लोग शामिल हुए।
शशांक शेखर विगत 30 वर्षों से पत्रकारिता, आकाशवाणी व सामाजिक कार्यों से जुड़े हुए हैं साथ ही लघु/फीचर फिल्मों व वृत्त चित्रों के लिए कथा-लेखन का कार्य भी विगत डेढ़ दशकों से कर रहे हैं. मशाल न्यूज़ में पिछले लगभग ढाई वर्षों से कार्यरत हैं.
Join Mashal News – JSR WhatsApp Group.
Join Mashal News – SRK WhatsApp Group.
सच्चाई और जवाबदेही की लड़ाई में हमारा साथ दें। आज ही स्वतंत्र पत्रकारिता का समर्थन करें! PhonePe नंबर: 8969671997 या आप हमारे A/C No. : 201011457454, IFSC: INDB0001424 और बैंक का नाम Indusind Bank को डायरेक्ट बैंक ट्रांसफर कर सकते हैं।
धन्यवाद!