ग्राम सभा ने नहीं दी है खनन की अनुमति
देव माइनिंग कंपनी के तीन ट्रक ले जा रहे थे लौह अयस्क, ग्रामीणों के विरोध और दबाव के कारण खाली करने पड़े
राज्य के कांकेर जिलान्तर्गत नारायणपुर क्षेत्र में ग्राम सभा की अनुमति के बिना रावघाट में अवैध लौह अयस्क के खनन को लेकर ग्रामीणों में आक्रोश की खबर है. बीते सोमवार 14 मार्च को सुबह से रावघाट खनन परियोजना से प्रभावित ग्राम वासियों को खबर मिली कि रावघाट में खनन शुरू किया जा रहा है और लौह अयस्क को अंजरेल होते हुए ग्राम खोडगाँव की सड़क से ट्रकों के माध्यम बाहर भेजा जाने वाला है।
खनन के लिए लिए देव माइनिंग को मिला है ठेका
ज्ञात हो कि रावघाट खनन परियोजना के तहत बी एस पी को रावघाट से लौह अयस्क प्रदान किया जाना प्रस्तावित है। खनन प्रक्रिया को अंजाम देने लिए देव माइनिंग को ठेका दिया गया है, लेकिन रावघाट परियोजना से प्रभावित किसी भी ग्राम पंचायत की किसी भी ग्राम सभा ने इस परियोजना को सहमति नहीं दी है। जब सोमवार को तीन ट्रक लौह अयस्क को खोडगाँव से ले जाते हुए देखा, तो प्रभावित गाँव के लोगों ने इसका विरोध किया। उन्होंने वहाँ मौजूद अधिकारियों और प्रशासन के प्रतिनिधियों को अवगत कराया कि रावघाट खनन के लिए किसी प्रभावित क्षेत्र की ग्राम सभाओं ने मंजूरी नहीं दी है।
ट्रक को खाली कराते ग्रामीण
जबरदस्ती कर खनन पर ग्रामीण कर रहे हैं विरोध
प्रभावित क्षेत्र के ग्राम वासियों ने पेसा क्षेत्र के तहत अनुसूचित जनजाति समुदाए के अधिकारों और कानून में ग्राम सभाओं की मंजूरी की अनिवार्यता को रेखांकित करते हुए, प्रशासन के प्रतिनिधिओं और बी एस पी के अधिकारियों को संविधान में लिखे आदिवासी समुदाय के अधिकारों को संरक्षण देने को कहा। ग्राम वासियों ने कहा कि यदि जोर जबरदस्ती कर खनन का कार्य कंपनी द्वारा किया जाएगा, तो सब ग्रामीण मिलकर इसका पुरजोर विरोध करेंगे।
रावघाट पहाड़ स्थानीय आदिवासी समुदाय की आजीविका व संस्कृति से जुड़ी हुई है
ग्रामीणों का कहना है कि रावघाट पहाड़ और उसके जंगल पर स्थानीय आदिवासी समुदाय की मूलभूत निर्भरता है, जो कि उनकी आजीविका और संस्कृति से जुड़ी हुई है। रावघाट खनन परियोजना से कम से कम रावघाट के आस-पास बसने वाले 52 आदिवासी ग्राम कई तरीकों से प्रभावित होंगे. सामुदायक संसाधन और उसके प्रबंधन खत्म हो जाएंगे, धार्मिक और सांस्कृतिक आघात होगा, पर्यावरण प्रदूषण से खेती को नुकसान और जंगल कटने से लोगों के जीवन पर आर्थिक और अस्तित्व को खतरा होगा, जो कि ग्रामीणों को कतई बर्दाश्त नहीं होगा।
थाने में दर्ज नहीं की गई उनकी एफ आई आर
आक्रोशित ग्रामीणों ने कहा कि उन्होंने देव माइनिंग कंपनी के दो भरे और एक खाली ट्रक जो रावघाट से लौह अयस्क ले जा रहे थे, उनको रंगे हाथों पकड़ा। उनका कहना है कि क्योंकि लौह अयस्क का परिवहन और खनन बिना ग्राम सभा की मंजूरी से शुरू किया गया, यह सरासर आदिवासी ग्रामीणों के रावघाट पहाड़ से चोरी है। ग्रामीणों ने इसकी शिकायत को थाने में दर्ज करवाने की कोशिश भी की, लेकिन उनकी एफआईआर दर्ज नहीं की गई। रावघाट खनन परियोजना को जबरन शुरू किए जाने से ग्रामीण आक्रोशित हैं और इसके पुरजोर विरोध की तैयारी में हैं।
धनबाद : पांच लोगों की मौत कोयला चुनने के दौरान हुई, अवैध खनन की वजह से नहीं-उपायुक्त
शशांक शेखर विगत 30 वर्षों से पत्रकारिता, आकाशवाणी व सामाजिक कार्यों से जुड़े हुए हैं साथ ही लघु/फीचर फिल्मों व वृत्त चित्रों के लिए कथा-लेखन का कार्य भी विगत डेढ़ दशकों से कर रहे हैं. मशाल न्यूज़ में पिछले लगभग ढाई वर्षों से कार्यरत हैं.
Join Mashal News – JSR WhatsApp Group.
Join Mashal News – SRK WhatsApp Group.
सच्चाई और जवाबदेही की लड़ाई में हमारा साथ दें। आज ही स्वतंत्र पत्रकारिता का समर्थन करें! PhonePe नंबर: 8969671997 या आप हमारे A/C No. : 201011457454, IFSC: INDB0001424 और बैंक का नाम Indusind Bank को डायरेक्ट बैंक ट्रांसफर कर सकते हैं।
धन्यवाद!