अमेरिका के कोलोराडो में रहने वाले एक व्यक्ति में एच5 बर्ड फ्लू से संक्रमण की पुष्टि हुई है। यह जानकारी अमेरिकी सेंटर फॉर डिजीज कंट्रोल (यूएससीडीसी) ने दी। जानकारी के अनुसार यह व्यक्ति पोल्ट्री के सीधे संपर्क में था और एच5एन1 बर्ड फ्लू से संक्रमित हुए पक्षियों को मारने का काम कर रहा था। सीडीसी की ओर से गुरुवार को जारी एक बयान के अनुसार यह एच5 बर्ड फ्लू के वायरस के विशिष्ट समूह से मानवों में संक्रमण का दूसरा मामला है वहीं, अमेरिका का यह पहला केस है।
कोलोराडो स्वास्थ्य विभाग ने बताया कि संक्रमित व्यक्ति की उम्र लगभग 40 साल है। वह एसिम्टोमैटिक (ऐसे मरीज जिनमें बीमारी के लक्षण नहीं दिखाई देते) है। इस समय वह एकांतवास में है और इलाज के लिए उसे इंफ्लुएंजा एंटीवायरल दवा ओसेल्टामिविर (टैमिफ्लू) दी जा रही है।
जानकारी के अनुसार यह व्यक्ति पोल्ट्री के सीधे संपर्क में था और एच5एन1 बर्ड फ्लू से संक्रमित हुए पक्षियों को मारने का काम कर रहा था।
वहीं, कोलोराडो के सार्वजनिक स्वास्थ्य एवं पर्यावरण विभाग ने कहा कि हम निगरानी कर रहे हैं और उन लोगों की जांच कर रहे हैं जो पोल्ट्री के संपर्क में आए हैं। उन लोगों की जांच भी की जा रही है जो एविएन फ्लू से संक्रमित जंगली पक्षियों के संपर्क में आए हैं। एविएन फ्लू को एच5एन1 फ्लू के नाम से भी जाना जाता है। बता दें कि एवियन फ्लू पहली बार इंडियाना में टर्की के एक व्यावसायिक झुंड में पाया गया था। वहीं, अमेरिका में साल 2020 के बाद इससे संक्रमण का यह पहला मामला है।
सीडीसी ने यह भी कहा कि इस बात की भी संभावना है कि यह व्यक्ति सतह से फैले संक्रमण का शिकार हुआ हो। इसने कहा कि इंसान के एच5 पॉजिटिव होने का मामला मानवीय स्वास्थ्य पर खतरे के हमारे आंकलन को नहीं बदलता है। इसके लिए सीडीसी नियमित तैयारी और रोकथाम के उपाय कर रहा है। इन उपायों में एक मौजूदा वैक्सीन वायरस कैंडिडेट भी शामिल है। इसका इस्तेमाल लोगों के लिए वैक्सीन बनाने के लिए किया जा सकता है यदि किसी को इसकी आवश्यकता होती है।
इंसान के एच5 पॉजिटिव होने का मामला मानवीय स्वास्थ्य पर खतरे के हमारे आंकलन को नहीं बदलता है।
संक्रमित पाए गए इस व्यक्ति को लेकर कोलोराडो स्वास्थ्य विभाग ने बताया कि उसकी उम्र लगभग 40 साल है। वह एसिम्टोमैटिक (ऐसे मरीज जिनमें बीमारी के लक्षण नहीं दिखाई देते) है। इस समय वह एकांतवास में है और इलाज के लिए उसे सीडीसी के निर्देशानुसार इंफ्लुएंजा एंटीवायरल दवा ओसेल्टामिविर (टैमिफ्लू) दी जा रही है। विभाग का कहना है कि यह व्यक्ति संक्रमित पोल्ट्री के करीबी संपर्क में था। ऐसे संभव है कि वायरस संक्रमित किए बिना इस व्यक्ति की नाक में मौजूद हो।
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