एक भविष्यवाणी के अनुसार, दुनिया का अंत निकट आ रहा है, क्योंकि दुनिया के कई देश आर्थिक और राजनीतिक संघर्षों का सामना कर रहे हैं. इस सकंट में कई ऐसे देशों के नाम शामिल हैं, जो आने वाले इन 8 सालों में खत्म हो जाएंगे. एक्सप्रेस यूके की रिपोर्ट के अनुसार, इसका सबसे बड़ा कारण अलग देशों की मांग और गरीबी (Poverty) मानी जा रही है. आइए जानते हैं पूरा मामला…
स्पेन
2008 के वित्तीय पतन के बाद से स्पेन का पतन के कगार पर है. अगस्त 2018 तक स्पेन का कर्ज सकल घरेलू उत्पाद का 98.3 प्रतिशत और बेरोजगारी 15.2 प्रतिशत रहा है. स्पेन के दो क्षेत्र कैटेलोनिया और बास्क देश से अलग होना चाह रहे हैं. कैटेलोनिया में स्वतंत्रता आंदोलन चल रहा है और उत्तरी स्पेन में बास्क स्वतंत्रता के लिए तरस रहा है.
उत्तर कोरिया
उत्तर कोरिया एक आत्मनिर्भर देश है लेकिन उसके पास 21वीं सदी में जीवित रहने के लिए पर्याप्त संसाधन नहीं हैं और किसी न किसी समय उसे अपने अलगाव को पीछे छोड़कर अन्य देशों के साथ विलय करना पड़ेगा. कहा जा रहा है कि किम जोंग-उन का शासन जल्द ही खत्म हो जाएगा.
बेल्जियम
बेल्जियम के नागरिक विभाजित हैं. बेल्जियम के दो हिस्से हैं-फ़्लैंडर्स और वालोनिया. दोनों ही एक-दूसरे को देखना नहीं चाहते. वालोनिया बेल्जियम के दक्षिण में स्थित है और यह एक स्वायत्त क्षेत्र है जहां फ्रेंच भाषी लोगों का वर्चस्व है और फ्रेंच भाषी एक स्वतंत्र वालोनिया चाहते हैं. बेल्जियम के उत्तर का क्षेत्र फ़्लॉन्डर्स के नाम से जाना जाता है. यहां फ्लेमिश लोग रहते हैं. फ्लेमिश लोग एक स्वतंत्र फ़्लैंडर्स चाहते हैं और इसलिए आने वाले सालों में बेल्जियम के टूटने की भविष्यवाणी है.
चीन
चीन के पास दुनिया की सबसे बड़ी सेनाओं में से एक और सबसे शक्तिशाली अर्थव्यवस्थाओं में से एक है और चीनी कम्युनिस्ट पार्टी उनका विरोध करने वाले किसी भी व्यक्ति पर कार्रवाई करती है. कई देशों की समस्याएं चीन के पर्यावरण के विनाश से उत्पन्न होती हैं, क्योंकि चीन की आधी नदियां और जलाशय प्रदूषित हैं और किसी भी प्रकार के मानव उपभोग के लिए सुरक्षित नहीं माने जाते हैं. विश्व बैंक के अनुसार, प्रदूषण के कारण 250,000 चीनी लोगों की समय से पहले मृत्यु हो गई, चीनी सरकार ने इस डर से रिपोर्ट जारी करने से रोकने की कोशिश की कि इससे बड़े पैमाने पर सामाजिक अशांति पैदा होगी.
इराक
इराक पर तीन समूहों का प्रभुत्व है, उत्तर में कुर्द, पश्चिम में सुन्नी और दक्षिण में शिया और इराक को एकजुट करने के लिए, कुर्दों को इराक के उत्तर में अपना नया नियंत्रण छोड़ना होगा, और इस्लामिक स्टेट को हराना होगा. सुन्नियों, कुर्दों और शियाओं को फिर से एक राष्ट्र के तहत रहने के लिए सहमत होना होगा, लेकिन ये समूह अपने-अपने झंडे के नीचे अलग रहना चाह रहे हैं.
लीबिया
2011 के लीबियाई गृहयुद्ध में अपनी हार तक कर्नल गद्दाफी ने देश को एकजुट रखा था, लेकिन गद्दाफी के पतन के बाद देश टूट रहा है. दूसरा लीबियाई गृहयुद्ध जारी है लेकिन संभावना है कि लीबिया इस संघर्ष से नहीं बच पाएगा. अंतत: उसे विभाजन का विकल्प चुनना होगा.
यूके
ब्रेक्सिट के करीब आने के कारण ब्रिटेन यूरोपीय संघ से अलग होने की कगार पर है, लेकिन स्कॉटलैंड 2014 में असफल जनमत संग्रह के बाद अभी भी स्वतंत्रता हासिल करने की कोशिश कर रहा है. वेल्स और उत्तरी आयरलैंड में भी स्वतंत्रता की मांग हो रही है. अगर इन क्षेत्रों को आजादी मिल गई, तो संघ टूट सकता है.
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