जमशेदपुर : अगर हर घर में प्रेम और प्रेमचंद उपस्थित हैं तो समाज और मनुष्य बनने की प्रक्रिया जारी रहेगी, जन नाट्य संघ और प्रगतिशील लेखक संघ, जमशेदपुर ने प्रेमचंद को उनकी जयंती पर याद किया

सांगठनिक चुनौतियों के लिए प्रेरणा-स्रोत प्रेमचंद-अर्पिता हमारे पुरखे प्रेमचंद जिनकी जलाई मशाल के आगे हम जीवन और समाज की रौशनी पाते हैं, जब किसी बच्चे या युवा से साहित्य पढ़ने की रूचि टटोलनी होती है तो पहला सवाल आता है कि ’प्रेमचंद को पढ़ा है?’ प्रेमचंद की कौन सी कहानियां याद हैं? इस सवाल के … Continue reading जमशेदपुर : अगर हर घर में प्रेम और प्रेमचंद उपस्थित हैं तो समाज और मनुष्य बनने की प्रक्रिया जारी रहेगी, जन नाट्य संघ और प्रगतिशील लेखक संघ, जमशेदपुर ने प्रेमचंद को उनकी जयंती पर याद किया