आचार्य विनोबा को सबसे ज्यादा जमीन का दान झारखण्ड से प्राप्त हुआ था. सर्वाधिक व्यक्तिगत भूमि का दान रंका के राजा गिरिवर नारायण सिंह ने किया था.
सोनारी, जमशेदपुर 11 सितंबर: सोनारी स्थित आदर्शनगर में प्रातः साढे़ ग्यारह बजे महात्मा गांधी के अप्रतिम शिष्य और भू-दान आंदोलन के प्रणेता आचार्य विनोबा भावे की 128 वी जयंती मनायी गयी। कार्यक्रम में जिला सर्वोदय मंडल के अध्यक्ष डॉ. सुख चंद्र झा ने कहा कि सादगी और सत्यनिष्ठा के प्रतीक थे बाबा विनोबा भावे. अपने भू–दान पद यात्रा के समय झारखण्ड राज्य (तब का बिहार राज्य) के कई जिलों में यात्रा के दौरान हजारीबाग से होते हुये आज का धनबाद जिला तब मानभूम जिले का अनुमंडल हुआ करता था. धनबाद के राजा (सम्भवतः झरिया राजा) ने एक लाख एक हजार एकड़ जमीन का दान किया था.
भू-दान यात्रा में झारखंड से कुल 14,69,280 एकड़ जमीन की प्राप्ति हुई थी-डॉ. सुखचंद्र झा
रामगढ़ राजा कामख्या नारायण सिंह ने एक लाख एकड़ भूमि दान की थी. हजारीबाग़ में भू-दान यात्रा के कार्यक्रम की जिम्मेदारी भी राजा रामगढ़ ने निभाई. पालकोट के राजा की ओर से 44,500 एकड़ भूदान प्राप्त हुआ. भूदान आंदोलन में झारखंड के रंका के राजा गिरिवर नारायण सिंह ने एक लाख दो हजार एकड़ भूमि दान की यह दान पूरे देश में सर्वाधिक व्यक्तिगत दान था। भू-दान यात्रा में झारखंड से कुल 14,69,280 एकड़ जमीन की प्राप्ति हुई. इसमें 4,88,735 एकड़ भूमि भूमिहीनों विशेषतया दलितों और आदिवासियों में वितरित की गयी| भू–दान पद यात्रा में सबसे ज्यादा जमीं का दान उन्हें झारखण्ड से प्राप्त हुआ है.
बाबा अपने लिए नहीं अपितु करोड़ों भूमि हीनों के लिए जमीन मांग रहे थे-गजेंद्र झा
विनोबा की तस्वीर पर माल्यार्पण करते हुए टाटा स्टील के पूर्व प्रबंधक गजेंद्र झा ने कहा कि बचपन में उन्हें विनोबा जी के दर्शन का सौभाग्य प्राप्त हुआ, जब भू-दान पद यात्रा के क्रम में वे उनके गांव गढ़ बरुआरी, जिला सुपौल आए थे। उस समय उनका बाल मन यह सोच कर परेशान होता था कि बाबा दान की गई जमीन अपने साथ कैसे ले जाएंगे। बाद में बोध हुआ कि बाबा अपने लिए नहीं अपितु करोड़ों भूमि हीनों के लिए जमीन मांग रहे थे।
विनोबाजी को पुष्पांजलि अर्पित कर वीरेंद्र प्रसाद सिंह ने कहा कि वे भी सौभाग्यशाली हैं कि उनकी प्रारंभिक शिक्षा उनके ही गांव में स्थापित गांधी जी के बुनियादी स्कूल में हुई। उनके गांव बेजलपुरा (तेघड़ा) में बाबा विनोबा का आगमन हुआ और उनके गांव के जमींदार से बाबा को भूदान में जमीन मिली।
कार्यक्रम में गौतम गोप, अंकुर शाश्वत, कमल देव सिंह, मुक्तेश्वर पांडेय, उषा झा सहित उपस्थित सभी लोगों ने पुष्पांजलि देकर बाबा विनोबा को श्रद्धांजलि अर्पित की।
Jamshedpur : JEMCO आजाद बस्ती में चापानल ख़राब है कई दिनों से, मरम्मत की मांग J.N.A.C से
शशांक शेखर विगत 30 वर्षों से पत्रकारिता, आकाशवाणी व सामाजिक कार्यों से जुड़े हुए हैं साथ ही लघु/फीचर फिल्मों व वृत्त चित्रों के लिए कथा-लेखन का कार्य भी विगत डेढ़ दशकों से कर रहे हैं. मशाल न्यूज़ में पिछले लगभग ढाई वर्षों से कार्यरत हैं.
Join Mashal News – JSR WhatsApp Group.
Join Mashal News – SRK WhatsApp Group.
सच्चाई और जवाबदेही की लड़ाई में हमारा साथ दें। आज ही स्वतंत्र पत्रकारिता का समर्थन करें! PhonePe नंबर: 8969671997 या आप हमारे A/C No. : 201011457454, IFSC: INDB0001424 और बैंक का नाम Indusind Bank को डायरेक्ट बैंक ट्रांसफर कर सकते हैं।
धन्यवाद!