ज्योतिषाचार्य पंडित दशरथ नंदन द्विवेदी के अनुसार, श्रावण मास के शुक्ल पक्ष की पूर्णिमा तिथि 30 अगस्त को सुबह 10 बजकर 58 मिनट से प्रारंभ होगी और 31 तारीख की सुबह 7 बजकर 47 मिनट पर समाप्त हो जाएगी. हिन्दू धर्म में रक्षाबंधन पर्व का विशेष महत्व है. धार्मिक मान्यताओं के अनुसार रक्षाबंधन के दिन शुभ मुहूर्त में भाई की कलाई पर राखी बांधने से उन्हें जीवन में सभी क्षेत्रों में सफलता प्राप्त होती है. इस वर्ष रक्षाबंधन पर्व की तिथि को लेकर लोगों में उलझन बनी हुई है. 30 या 31 अगस्त को रक्षाबंधन मनाने पर संशय है.
ज्योतिषाचार्य पंडित दशरथ नंदन द्विवेदी के अनुसार, श्रावण मास के शुक्ल पक्ष की पूर्णिमा तिथि 30 अगस्त को सुबह 10 बजकर 58 मिनट से प्रारंभ होगी और 31तारीख की सुबह 7 बजकर 47 मिनट पर समाप्त हो जाएगी. इस दिन भद्रा काल का निर्माण हो रहा है जो भद्रा 31 को रात्रि 9 बजकर 1 मिनट तक रहेगा. ऐसे में राखी बांधने के लिए शुभ मुहूर्त रात्रि 9 बजकर 1 मिनट से प्रारंभ होगा.
शास्त्रों में बताया गया है कि रक्षाबंधन पर्व भद्रा काल के समय नहीं मनाना चाहिए. ऐसा करना अशुभ माना जाता है. इसलिए इस वर्ष रक्षाबंधन पर्व दो दिन मान्य होगा. राखी बांधने के लिए शुभ मुहूर्त 30 अगस्त रात्रि 9 बजकर 1 मिनट से प्रारंभ होगा. साथ ही जो 30 तारीख को राखी नहीं बंधवा पाए, वह अगले दिन सुबह 7 बजकर 1 मिनट से पहले रक्षाबंधन त्योहार मना सकते हैं.
Join Mashal News – JSR WhatsApp Group.
Join Mashal News – SRK WhatsApp Group.
सच्चाई और जवाबदेही की लड़ाई में हमारा साथ दें। आज ही स्वतंत्र पत्रकारिता का समर्थन करें! PhonePe नंबर: 8969671997 या आप हमारे A/C No. : 201011457454, IFSC: INDB0001424 और बैंक का नाम Indusind Bank को डायरेक्ट बैंक ट्रांसफर कर सकते हैं।
धन्यवाद!