महिलाओं पर बढ़ते अपराधों के खिलाफ आन्दोलन तेज करें मित्रों / बहनों, कई वर्षो पहले अमेरिका के वस्त्र उद्योग में काम करने वाली महिलाओं ने 8 मार्च के दिन को संघर्ष के माध्यम से इतिहास के पन्नों में अमर कर दिया। इस दिन को ही अन्तर्राष्ट्रीय महिला दिवस के रूप में मनाने के लिए सन् 1910 में द्वितीय इन्टरनेशनल सभा में नारी मुक्ति आन्दोलन के नेत्री कलारा जेटकिन ने अपील की तब से लेकर आज तक पूरी दुनिया में इस दिन को सामने रखकर शिक्षा, रोजगार और राजनैतिक समस्याओं के माँग को लेकर नारी आन्दोलित होती जा रही है।
उनकी लड़ाई पुरूषों के खिलाफ नहीं बल्कि पुरूष प्रधानता के खिलाफ होती जा रही है। आज भी महिलाएँ शोषण पर आधारित इस समाज व्यवस्था में दाहरी शोषण की चक्की में पीस रही है। पूंजीवादी व्यवस्था का अनिवार्य देन बेरोजगारी, अशिक्षा, महंगाई के साथ-साथ नशाखोरी, डायन हत्या, भ्रूण हत्या, दहेज प्रथा, यौन अपराध जैसी समस्याएँ झेल रही है। आज महिलाएँ घर-बाहर, स्कूल-कॉलेज कहीं भी सुरक्षित नहीं है। समाज में गिरते नीति-नैतिकता का स्तर अश्लील सिनेमा साहित्य तथा जघन्य पाश्चात्य संस्कृति का अनुप्रवेश से महिलाएँ सर्वाधिक प्रभावित रही है।
इस परिस्थिति में महिलाएँ या तो आत्महत्या कर रही है या फिर मौत से भी बदतर जिन्दगी अपना रही है। इस परिस्थिति में महिलाएँ क्या करें ? कैसे अपनी खोई हुई मर्यादा, अधिकार, आत्म-सम्मान दुबारा हासिल करे ? ऐसी परिस्थिति में 8 मार्च का दिन हर महिलाओं के लिए संकल्प के रूप में आता है। नारी शोषण सहित अन्य तमाम शोषण की जड़ पूंजीवादी व्यवस्था को उखाड़ फेंकने का संकल्प लेने का दिन है। यह दिन नारी मुक्ति के कठोर रास्ते में चलेन की प्रतिज्ञा लेने का दिन है। ऑल इंडिया महिला सांस्कृतिक संगठन इस दिशा में दृढ़ कदमों से आगे बढ़ रही है।
Join Mashal News – JSR WhatsApp Group.
Join Mashal News – SRK WhatsApp Group.
सच्चाई और जवाबदेही की लड़ाई में हमारा साथ दें। आज ही स्वतंत्र पत्रकारिता का समर्थन करें! PhonePe नंबर: 8969671997 या आप हमारे A/C No. : 201011457454, IFSC: INDB0001424 और बैंक का नाम Indusind Bank को डायरेक्ट बैंक ट्रांसफर कर सकते हैं।
धन्यवाद!