घाघीडीह सेंट्रल जेल के कैदी हाईटेक बनेंगे। वे कंप्यूटर चलाएंगे, साथ ही इंग्लिश भी बोलेंगे। बंदी-कैदियों को कंप्यूटर का बेसिक ज्ञान, टेली, एक्सेल, एमएस वर्ड, डीटीपी आदि सिखाया जाएगा। दरअसल घाघीडीह सेंट्रल जेल में बंदियों को कंप्यूटर का प्रशिक्षण देने की योजना बनाई गई है। इसके तहत जेल के अंदर वैन के जरिए चलंत कंप्यूटर क्लास लगाई जाएगी। उसी वैन में कैदियों को कंप्यूटर की शिक्षा दी जाएगी। यह वैन या तो जेल के अंदर ही रह जाएगी या फिर निकलकर अपने गंतव्य पर जाएगी।
बंदी भी बनेंगे शिक्षक
इसके लिए विभिन्न कम्प्यूटर संस्थाओं से संपर्क किया गया है। इसमें जो वैन होगी, उसके अंदर कम्प्यूटर लगे होंगे। उसमें शिक्षक भी रहेंगे। इसके अलावा जो बंदी जेल के अंदर कम्प्यूटर के जानकार हैं, वे भी शिक्षक बनेंगे। इसके साथ ही कैदियों व बंदियों को इंग्लिश स्पोकेन कोर्स के तहत शामिल किया जाएगा। इसकी अलग से कक्षाएं भी चलेंगी।
बंदियों को मिलेगा रोजगार
कंप्यूटर का ज्ञान अर्जित करने के बाद जेल के अंदर ही उनके नियोजन की व्यवस्था की जा रही है। उन्हें जेल में कुशल पारिश्रमिक मिलेगा। यह योजना जेल के अधीक्षक नागेंद्र प्रसाद सिंह और जेलर अंजय कुमार के प्रयास से चलेगी। इसे जल्द ही अमलीजामा पहनाया जाएगा।
बन रही है जेल में सूची
इस योजना को कार्यान्वित करने के लिए जेल के अंदर कक्षा दस से लेकर 12वीं तक और 12वीं से लेकर स्नातक तक के बंदियों की अलग-अलग सूची तैयार की जा रही है, ताकि उनकी क्षमता के अनुरूप उन्हें कंप्यूटर पढ़ाया जा सके।
जेल के अंदर चलंत वैन से बंदियों को कम्प्यूटर की शिक्षा दी जाएगी। इसकी तैयारी की जा रही है। इसमें पहले बंदियों का चयन किया जा रहा है।– नागेन्द्र प्रसाद सिंह, जेल अधीक्षक, घाघीडीह
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