बरसात का मौसम बीमारियां लेकर आता है। कंजक्टिवाइटिस भी उन्हीं बरसाती बीमारियों में एक है, जो आंखों को संक्रमित कर देता है। इसे आंखों का फ्लू या सामान्य बोलचाल की भाषा में आंख आना भी कहते हैं। कई इलाके में इसे जॉय बंगला भी कहा जाता है। शहर में अभी यह बीमारी फैली हुई है। बच्चों से लेकर बड़े तक शिकार हो रहे हैं। एमजीएम और सदर अस्पताल में रोज दर्जन भर कंजक्टिवाइटिस के मरीज इलाज को ओपीडी में पहुंच रहे हैं।
स्कूली बच्चों को यह बीमारी होने से अन्य छात्रा भी इससे ग्रसित हो जाते हैं। यह एक संक्रामक बीमारी है, जो संपर्क के जरिए एक से दूसरे में फैलती है। श्वसन तंत्र या नाक-कान, गले में होने वाले किसी तरह के संक्रमण के कारण भी लोगों को वायरल कंजक्टिवाइटिस हो जाता है। इसकी शुरुआत एक आंख से होती है, लेकिन जल्द ही दूसरी आंख भी इसकी चपेट में आ जाती है।
सप्ताह भर तक रहती है बीमारी की मियाद
कंजक्टिवाइटिस होने के बाद नियमित रूप से दवा लेने के बाद सप्ताह भर तक इसकी मियाद रहती है। कई बार संक्रमण ज्यादा होने से इसे ठीक होने में 15 दिन भी लग जाता है। इस बीमारी से ग्रसित मरीज का चीजें जैसे तौलिया, बिछावन, तकिया आदि का इस्तेमाल नहीं करे। इससे दूसरों की आंखों में संक्रमण फैलने का खतरा रहता है।
लक्षण : आंख लाल हो जाना, जलन, खुजली, चुभन, तेज दर्द, सूजन, आंख से लगातार पानी गिरना, पलकों पर चिपचिपाहट और आंख में बार-बार टीयर डस्ट (कीचड़) का जमा होना।
बचाव : स्वच्छता का पूरा ध्यान रखें, अगर कोई भी लक्षण दिखाई दे तो घर से बाहर न जाएं और परिवार में भी लोगों से शारीरिक दूरी बनाकर रखें, आंखों को बार-बार हाथ न लगाएं, खुजली होने पर आंखों को बिल्कुल मले नहीं, आई ड्रॉप डालने से पहले और बाद में हाथों को साबुन से अवश्य धो लें, बिना डॉक्टर की सलाह के दवा न लें।
Join Mashal News – JSR WhatsApp Group.
Join Mashal News – SRK WhatsApp Group.
सच्चाई और जवाबदेही की लड़ाई में हमारा साथ दें। आज ही स्वतंत्र पत्रकारिता का समर्थन करें! PhonePe नंबर: 8969671997 या आप हमारे A/C No. : 201011457454, IFSC: INDB0001424 और बैंक का नाम Indusind Bank को डायरेक्ट बैंक ट्रांसफर कर सकते हैं।
धन्यवाद!