“आखिर दोष क्या है मेरा? यही कि मैं एक लड़की हूं? या सिर्फ जन्म लेना ही? एक लड़की का जन्म तो होता है पर उसे जीने के लिए जिंदगी भर संघर्ष करना पड़ता है। एक लड़की को भगवान कांधा तो देता है दूसरों के सर रखने के लिए लेकिन उसे उसके आंसू पोछने के लिए कोई हाथ क्यूं नहीं देते? काश! कभी तो मेरे किसी सवाल के जवाब मिल जाते।”
बच्ची की मां कहती है कि ‘बेटी पढ़ाओ बेटी बचाओ’ के इस अभियान में मेरी बेटी अकेली रह गई। सरकार के तरफ़ से बेटी पढ़ाओ बेटी बचाओ अभियान का कोई फायदा नही मिला नाही सरकार की हेल्थ बीमा योजना जिसका नाम सरकार ने आयुष्मान कार्ड रखा। उसका भी कोई फायदा इस सरकार से नही मिला। ट्वीट के ज़रिए मोदी सरकार, झारखंड सरकार, सीएम, हेल्थ मिनिस्टर, सरकारी महात्मा को अपना दुख बताया पर अब तक मेरी मदद को कोई भी नही आया। क्या यह सरकार हम गरीबों के लिए नही है? क्या झारखंड सरकार के पास गरीबों के लिए कोई योजना नहीं है। तो क्या मेरी बेटी जिंदगी से नही लड़ पाएगी ।
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डॉक्टर ने एंजियोप्लास्टी सर्जरी की दी सलाह
बच्ची की उम्र सिर्फ 27दिन है पर आज भी जीवन से लड़ रही है। 16–12–21 से लेकर 23–12–21 तक TMH में एडमिट रही। घरवाले जान बचाने के लिए बहुत मशक्कत कर रहे है । उसे हार्ट की समस्या है और डॉक्टरों ने एंजियोप्लास्टी सर्जरी कराने की सलाह दी है।
महिला विकास मंच और लिमरा फाउंडेशन आए मदद को सामने
जमशेदपुर की संस्था महिला विकास मंच की अध्यक्ष निशात जी और लिमरा फाउंडेशन के फाउंडर केसर इकबाल साहब मदद को सामने आए। उन्होंने मेरी बेटी को टीएमएच में भर्ती करवाया और जो भी हो सका जरूरी मदद की।
सरकारी योजनाओं का कोई फायदा नहीं
बेटी पढ़ाओ बेटी बचाओ अभियान का कोई फायदा नही मिल सका। और नाही कोई हेल्थ योजना का जिसे आयुष्मान कार्ड कहते है।
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सरकारी महात्माओं को ट्वीट करना भी रहा विफल
पिछले दिनों ट्वीट के माध्यम से मोदी सरकार , हेल्थ मिनिस्टर ,झारखंड सरकार और सरकारी महाआयों को बेरी बेटी के तकलीफ से रूबरू कराया।पर किसी ने मदद को हाथ नहीं बढ़ाया।सुहाना की मां कहती है,
“क्या सरकार की योजनाएं सिर्फ कागज़ पर है?”
माता पिता ने लगाई बड़े मदद की गुहार
सुहाना के इस हालत में रांची लेजाना खतरनाक साबित होता।जिस वजह से उसे ब्रह्मानंद हॉस्पिटल तमोलिया, में भर्ती कराया है। हॉस्पिटल का बिल लगभग दो लाख बीस हजार है।बच्ची के घरवालों ने महिला विकास मंच और लिमरा फाउंडेशन के माध्यम से बड़े मदद की गुहार लगाई है ताकि बच्ची जल्दी स्वस्थ होकर घर लौटे।
इनके जरिए कर सकते है मदद
बच्चे के घरवाले इन दो संस्था का आभार व्यक्त करती है और चाहती है की महिला विकास मंच(9905916455) और लिमरा फाउंडेशन(9334215051) के ज़रिए उन तक मदद पहुंचाया जाए।
मशाल न्यूज ने लोगों से किया अनुरोध
मशाल न्यूज़ अपने सभी पाठकों एवं सब्सक्राइबर्स से अनुरोध करता है कि इस बच्ची की मदद के लिए सामने आए । आपसे जो भी मदद बन पड़े, ज़रूर करें। इसके लिए मशाल न्यूज़ आपका आभारी रहेगा ।
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