कानून का उल्लंघन करने वाले बच्चों को डुमरदगा स्थित बाल संप्रेक्षण गृह में रखा गया है l यहां की क्षमता 120 बाल बंदियों को रखने की है, मगर औसत 150-160 बच्चे यहां रखे जाते हैं l यहां रहने वाले बच्चे शातिर क्रिमिनल्स की तरह सोचने लगे हैं l 6 फरवरी को दो गुटों में जमकर मारपीट हुई l 21 बच्चे इसमें घायल हो गए थे l वहीं, बीते दिनों मोबाइल व नशे के सामान रखने के लिए जमीन पर बनाए गए गड्ढे को टाइल्स से छिपाने की घटना सामने आई l
दूसरी ओर संप्रेक्षण गृह की दीवार से बाहर से भी अंदर प्रतिबंधित सामान फेंके जाने की कई घटनाएं सामने आ चुकी है l इससे साफ है कि यहां की सुरक्षा व्यवस्था फिलहाल नाकाफी है l इसे दुरुस्त करने की जरूरत है l इसके लिए रांची जिला प्रशासन की ओर से पुलिस महानिरीक्षक (अभियान) को पत्र लिखा गया है l तीन पालियों में कम से कम 30 जवानों को प्रतिनियुक्त करने की मांग की गई है l
31 मार्च को बंदियों ने फिर की मारपीट
इस साल 6 फरवरी को संप्रेक्षण गृह के बंदियों के दो गुटों के बीच मारपीट की घटना हुई थी l जिसमें 21 किशोर चोटिल हुए थे l वहीं, 31 मार्च 2022 को भी किशोरों के बीच आपसी झगड़ा हुआ l झगड़े को छुड़ाते समय सुरक्षा कर्मियों के साथ भी किशोरों ने मारपीट कर दी l मालूम हो कि संप्रेक्षण गृह में आंतरिक सुरक्षा एवं संरक्षा के लिए तीन पालियों में ड्यूटी के लिए 9-1 का बल उपलब्ध है l आंतरिक सुरक्षा में सैप के जवान व बाहर जिला पुलिस बल के जवानों की प्रतिनियुक्ति की गई है l
प्रत्येक पाली में कम से कम 10 जवानों की हो प्रतिनियुक्ति
संप्रेक्षण गृह के अंदर लगातार बंदियों के बीच हो रहे तनाव और बाहर से प्रतिबंधित सामान परिसर में फेंके जाने की घटना को लेकर जिला प्रशासन चिंतित है l इसलिए पुलिस महानिरीक्षक (अभियान) को डीसी छवि रंजन ने पत्र में कहा है कि पर्याप्त आंतरिक सुरक्षा बल के अभाव के कारण स्थिति नियंत्रित करने में परेशानी हो रही है l प्रधान दंडाधिकारी किशोर न्याय बोर्ड डुमरदगा रांची के द्वारा कम से कम दस जवानों को प्रतिनियुक्त करने का अनुरोध किया गया है l ऐसे में परिस्थिति को देखते हुए संप्रेक्षण गृह के आंतरिक सुरक्षा एवं संरक्षा के लिए प्रत्येक पाली में कम से कम 10-10 पुलिस बल की प्रतिनियुक्ति जरूरी है l
सिक्योरिटी ऑडिट के लिए एसएसपी को लिखा पत्र
बाल संप्रेक्षण गृह को लेकर सीआईडी ने भी जिला प्रशासन को अपनी रिपोर्ट देते हुए सुरक्षा को लेकर आगाह किया है l चहारदीवारी की ऊंचाई कम पड़ जाने के कारण असामाजिक तत्वों के द्वारा प्रतिबंधित सामान संप्रेक्षण गृह के अंदर फेंकने और सीसीटीवी कैमरे से ज्यादा क्षेत्र कवर नहीं करने के संबंध में रिपोर्ट देते हुए कहा है कि भविष्य में कोई बड़ी अप्रिय घटना घटित होने की संभावना से इंकार नहीं किया जा सकता l
इस पत्र के बाद जिला प्रशासन ने एसएसपी को दो बार सिक्योरिटी ऑडिट के लिए पत्र लिखा है l जानकारी के अनुसार अभी तक सिक्योरिटी ऑडिट नहीं हुई l जबकि, सीआईडी की रिपोर्ट से भी साफ है कि संप्रेक्षण गृह की सुरक्षा व्यवस्था पर विस्तृत समीक्षा नहीं होने से भविष्य में बड़ी घटना घट सकती है l
Advertisements
Join Mashal News – JSR WhatsApp Group.
Join Mashal News – SRK WhatsApp Group.
सच्चाई और जवाबदेही की लड़ाई में हमारा साथ दें। आज ही स्वतंत्र पत्रकारिता का समर्थन करें! PhonePe नंबर: 8969671997 या आप हमारे A/C No. : 201011457454, IFSC: INDB0001424 और बैंक का नाम Indusind Bank को डायरेक्ट बैंक ट्रांसफर कर सकते हैं।
धन्यवाद!