संस्कारवान बच्चे सभ्य समाज की नींव होते हैं -उज्वल कुमार मंडल

बच्चा यहां जो भी सीखता है, वही उसके संस्कार बन जाते हैं हर मनुष्य का बचपन वह दर्पण है जिसमें उसके भावी व्यक्तित्व की झलक देखने को मिलती है। परिवार एक प्रयोगशाला होती है एवं माता उसकी प्रधान वैज्ञानिक के रूप में जानी जाती है। यदि जीवन के इस प्रयोगशाला में सुसंस्कृत एवं आत्म-सम्मान पूर्ण … Continue reading संस्कारवान बच्चे सभ्य समाज की नींव होते हैं -उज्वल कुमार मंडल