प्रवर्तन निदेशालय के दबीश में आने के बाद आइएएस अधिकारी पूजा सिंघल पर राज्य सरकार बड़ी कार्रवाई कर सकती है. यह संभावना जतायी जा रही है कि ईडी की चार दिनों तक की कार्रवाई में जो भी बातें सामने आयी है. उस पर राज्य सरकार कोई कदम उठायेगी. मंत्रिमंडल की बैठक 11 मई को बुलायी गयी है. सूत्रों का कहना है कि इससे पहले खान एवं भूतत्व विभाग, उद्योग और मुख्यमंत्री सचिवालय के प्रधान सचिव के पद से पूजा सिंघल को हटाया जा सकता है. इन्हें मनरेगा घोटाले के आरोप में तथा ईडी की कार्रवाई को लेकर निलंबित भी किया जा सकता है.
ठिकानों में देशव्यापी छापेमारी अभियान चलाया
शुक्रवार छह मई को ईडी ने आइएएस पूजा सिंघल के रांची स्थित सरकारी आवास समेत इनके रिश्तेदारों और सहयोगियों के 25 ठिकानों में देशव्यापी छापेमारी अभियान चलाया था. इस अभियान में पूजा सिंघल के चार्टर्ड एकाउंटेंट सुमन कुमार सिंह के कार्यालय से ईडी ने 17.50 करोड़ रुपये तथा दूसरी जगहों से 1.80 करोड़ रुपये नगद बरामद किये थे. ईडी के अधिकारियों ने पूजा सिंघल के दो पैन कार्ड, उनकी डायरी और मोबाइल जब्त कर लिये थे. डायरी में कई विधायक, बड़े नेताओं, कारोबारी, रियल इस्टेट डेवलपर और अन्य के नाम पाये गये हैं. ये सभी अब ईडी की जद में हैं.
प्रवर्तन निदेशालय की तरफ से सीबीआइ को पत्र लिख कर यह आग्रह किया जा चुका है कि यह मामला वित्तीय अनियमितता और आय से अधिक संपत्ति अर्जित करने का भी है. इसलिए सीबीआइ भी अपने स्तर से भ्रष्टाचार निरोधक कानून के तहत कार्रवाई शुरू करे और मामले की तह तक जाये. वहीं ईडी की तरफ से बीती रात यानी रविवार को आयकर के अधिकारियों को भी जांच में शामिल कर लिया गया है, ताकि छापेमारी में मिले 11 बैंक खातों के बारे में भी जानकारी मिल सके. इन खातों के सारे ट्रांजैक्शन डिटेल्स निकाले जा रहे हैं.
पैसे चार्टर्ड एकाउंटेंट सुमन कुमार सिंह के खातों में ट्रांसफर किये गये
उधर पूछताछ के क्रम में ईडी के अधिकारियों ने पीएमएलए कोर्ट को भी जानकारी दी है कि कैसे चार्टर्ड एकाउंटेंट सुमन कुमार सिंह के यहां से 19.31 करोड़ रुपये बरामद किये गये. खूंटी, चतरा और पलामू जिले में उपायुक्त रतहे हुए पूजा सिंघल ने अपने बैंक खातों में 1.43 करोड़ रुपये जमा करवाये. इसके बाद ये पैसे चार्टर्ड एकाउंटेंट सुमन कुमार सिंह के खातों में ट्रांसफर किये गये. ये पैसे 2007 से लेकर 2013 तक की अवधि में पूजा सिंघल के बैंक खातों में विभिन्न माध्यमों के जरिये जमा कराये गये. इन पैसों से भारतीय जीवन बीमा की कई पालिसियां खरीदी गयीं. ईडी इन पर भी पूछछाछ कर रही है.
छोटे से कार्यकाल में कई बड़े कार्यों को अंजाम
आइएएस अधिकारी के श्रीनिवासन ने खान विभाग के सचिव के छोटे से कार्यकाल में कई बड़े कार्यों को अंजाम दिया. इनके कारनामों को लेकर निर्दलीय विधायक ने मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन से कई बार शिकायत भी की थी. उन्होंने खान सचिव जैसे महत्वपूर्ण विभाग से इन्हें हटाने का अनुरोध भी किया था. जानकारी के अनुसार बालू में ई-चालान और ट्रांसपोर्टेशन की व्यवस्था इन्होंने ही शुरू की थी. सितंबर 2020 में इन्हें राज्य सरकार की तरफ से खान एवं भूतत्व सचिव बनाया गया था. एक साल तक ये खान सचिव रहे. ये झारखंड राज्य खनिज विकास निगम के प्रबंध निदेशक थे. बालू के ट्रांसपोर्टेशन को लेकर ई-चालान व्यवस्था शुरू हुआ था.
सूत्रों के अनुसार आइएएस के श्रीनिवासन के मुख्य सहयोगी थे झारखंड राज्य खनिज विकास निगम के बालू प्रभारी अशोक सिंह. उस समय राज्य के किसी भी बालू घाटों का ऑक्शन नहीं हुआ था. इनकी टीम में उप निदेशक खान शंकर सिन्हा, उप निदेशक राजेश कुमार पांडेय शामिल थे. शंकर सिन्हा वही शख्स हैं जो पहले जेएसएमडीसी में निदेशक खनन भी रह चुके हैं और कई वर्षों तक जिला खनन पदाधिकारी हजारीबाग भी रहे थे. नदियों से बालू के उठाव के लिए कोई आदेश नहीं लिया जाता था. बालू के उठाव मामले में एक सौ करोड़ से अधिक की वसूली की गयी. यह सब छह से आठ महीने के कार्यकाल में ही हुआ.
Advertisements
Join Mashal News – JSR WhatsApp Group.
Join Mashal News – SRK WhatsApp Group.
सच्चाई और जवाबदेही की लड़ाई में हमारा साथ दें। आज ही स्वतंत्र पत्रकारिता का समर्थन करें! PhonePe नंबर: 8969671997 या आप हमारे A/C No. : 201011457454, IFSC: INDB0001424 और बैंक का नाम Indusind Bank को डायरेक्ट बैंक ट्रांसफर कर सकते हैं।
धन्यवाद!