राजधानी रांची में तीन डैमों से जलापूर्ति होती है. रूक्का(गेतलसूद), कांके(गोंदा) और हटिया डैम, इन तीनों डैम से शहर को रोजाना करीब 40 एमजीडी पानी की आपूर्ति होती है. वर्तमान में तीनों डैम के कैचमेंट एरिया में जमीन कब्जाने का खेल चल रहा है. जमीन दलाल और स्थानीय दबंग मिलकर डैम के कैचमेंट एरिया की जमीन का खुलेआम सौदा कर रहे हैं. डैमों के कैचमेंट एरिया की जमीन पर हो रहे कब्जे को लेकर हाईकोर्ट में सुनवाई चल रही है. जिला प्रशासन भी एक्शन में है. डैम की जमीन पर कब्जा करने वालों को नोटिस दिया गया. कई अवैध निर्माण कैचमेंट एरिया से हटाए भी गए, फिर भी डैम की जमीन पर कब्जा करने का सिलसिला बंद नही हो रहा है.
अवैध कब्ज और निर्माण की वजह से डैमों का कैचमेंट एरिया (जल अधिग्रहण क्षेत्र) कम होते जा रहा हैं. वहीं दूसरी तरफ डैम तक पानी पहुंचाने वाले प्राकृतिक जल श्रोत बंद होते जा रहे हैं. स्थिति ऐसे ही रही, तो आने वाले कुछ वर्षों में डैमों के 40 प्रतिशत जल अधिग्रण क्षेत्र पर कब्जा हो जाएगा. डैमों की जमीन पर हो रहे कब्जा को लेकर झारखंड हाईकोर्ट सख्त हुआ. जिला प्रशासन ने स्थिति की जानकारी मांगी है. तब एक बार फिर से जिला प्रशासन के आदेश पर डैमों के कैचमेंट एरिया में कब्जा करने वालों को फिर से नोटिस भेज कर जवाब मांगा जा रहा है. नोटिस का जवाब नहीं देने वालों पर जिला प्रशासन द्वारा अवैध निर्माण करने का मामला दर्ज किया जाएगा.
रुक्का डैम की जमीन खरीदने वालों में कई रसूखदार भी शामिल
राजधानी के प्रमुख गेतलसूद डैम की जमीन एक से दो लाख रुपए डिसमिल बेची जा रही है. जमीन माफिया लगातार इस डैम की जमीन बेच रहे हैं. अबतक डैम की करीब 50 एकड़ जमीन चोरी-छिपे बेच दी गई है. हालत यह है कि डैम के डूब क्षेत्र में दर्जनों मकान अवैध ढंग से बना लिए गए हैं. मजे की बात यह है कि डैम की जमीन खरीदने वालों में कई रसूखदार भी शामिल हैं. बिरसाजैविक उद्यान ओरमांझी के पीछे स्थित जमीन, जिसका खाता संख्या 36 है. इसके कुछ हिस्से पर पूर्व डीजीपी का मकान है.
रिटायर्ड श्रमायुक्त, सीबीआई इंस्पेक्टर, दारोगा, डीआईजी, रांची विवि के पूर्व वीसी सहित कई लोगों ने भी डैम की जमीन खरीद कर निर्माण किया है. गेतलसूद डैम के लिए 1972 में चकला पंचायत की करीब 100 जमीन अधिगृहीत की गई थी. इसमें से 50 एकड़ से अधिक जमीन बिक गई. कई विभागों के अधिकारियों ने जमीन खरीदी है. ओरमांझी अंचल कार्यालय और सिंचाई विभाग ने पिछले साल जमीन की मापी कराकर निशान लगाया था, लेकिन उसे भी उखाड़ दिया गया है.
डैम के डूब क्षेत्र में बस गए कई गांव, नोटिस जारी
ओरमांझी सीओ ने रूक्का डैम के कैचमेंट एरिया के चकला पंचायत के तहत 50 एकड बेचे गए जमीन को चिन्हित कर, जमीन लेने वालों को नोटिस भेजकर रहे है. कई अतिक्रमण भी तोड़े, मगर डैम के कैचमेंट एरिया में कब्जा नहीं रूक रहा है. गेतलसूद डैम के कैचमेंट एरिया में किए गए अतिक्रमण को लेकर प्रशासन सर्वे कर रहा है. जिसमें अनगड़ा प्रखंड के तुरूप, सालहन, मासू, गेतलसूद, महेशपुर, सिमलिया, लाधुपटोली, आगरटोली, लालगढ़, गाधीग्राम, चिलदाग सोसो गांव गेतलसूद डैम का डूब क्षेत्र है. इन क्षेत्रों के कैचमेंट इलाके में अतिक्रमण किया गया है.
नोटिस का जवाब नहीं दे रहे कब्जाधारी
नगडी सीओ ने हटिया डैम के कैचमेंट एरिया में कब्जा करने वाले 66 लोगों को नोटिस जारी किया. वही कांके व हेहल सीओ ने 96 लोगों को नोटिस भेजा. जिसमें से 53 अतिक्रमणकारी हेहल अंचल के हेसल मौजा के हैं. कठरगोंदा मौजा के 31 और नवासोसो मौजा के 12 अतिक्रमण करने आलों को चिन्हित किया गया है.
कांके डैम : संरक्षण करना भूले अफसर, बन रहे अवैध घर
कांके डैम का कैचमेंट एरिया पर भी अतिक्रमण है. पूर्व सरकार के समय एक बार कांके डैम की मापी कराई गई थी. उस समय करीब 21 अतिक्रमणकारियों को हटाया गया था. बाद में अफसर नदी का संरक्षण करना भूल गए. डैम के किनारे फिर घर बनने लगे. माफिया ने औने-पौने दाम में कई एकड़ जमीन बेच दी.
गोंदा (कांके) डैम के कैचमेंट एरिया में अतिक्रमण करने वाले लोग
नावासोसो : हरेंद्र सिंह, सुजीत सिंह, अनिल सिंह, रेणु ठाकुर, विक्रम सिंह, रवि जायसवाल, पारेम सिंह
मिसिरगोंदा व कटहरगोंदा : गुणानंद महतो, कटहरगोंदा, देवपूजन सिंह, सुनील शर्मा, जयनाथ गुप्ता, पवन शर्मा. धर्मेंद्र कुमार, सुनील जी, डॉ बीपी सिन्ह, गंगाधर जोडिया, पुष्पा सेमापनी, उषा किरण, कुमार प्रेमचंद्र, टीएन राय, सुष्मा पांडेय, कौशिक भौमिक, देवाशिष नाग, सरोवर इंक्लेव, सुमंत सिंह, सत्य प्रकाश सेठ, इंदू सिंह, प्रताप अरोड़ा, कन्हैया लाल, श्याम सुंदर पेडिवाल, सुनील कुमार, एनके प्रसाद, संदीप कुमार कनोई, किरण देवी लखोटिया, बृजमोहन प्रसाद सिंह, मीरा सिंह, वेकेटेश्वर गुप्ता, विद्यानंद सिंह, मधुसूदन दास, सकल देव सिंह, निरंजन मेहता, अल्ताफ हुसैन, अविनाश साहू, उत्तम गोराई, ओम कुमार, चितरंजन चक्रवर्ती, नंद किशोर प्रसाद आदि.
हटिया डैम के कैचमेंट एरिया के पांच मौजा में अतिक्रमण
पांच मौजा में हटिया डैम के कैचमेंट एरिया का अतिक्रमण कर चुके लोगों को प्रशासन ने नोटिस भेजा है. नोटिस का जवाब कोई भी अतिक्रण करने वाला नहीं दे रहा है. दूसरी तरफ बालालौंग मुख्य सड़क के बगल में डैम के कैचमेंट एरिया को भरा जा रहा है. एक दर्जन से भी ज्यादा अवैध निर्माण कार्य हो रहे है. अफसरों को भी इसकी जानकारी है, मगर अफसर विरोध की वजह से अवैध निर्माण कार्य को रुकवाने के लिए नहीं जाते है.
हड़सेर मौजा : सुरेश लाल कर्ण, सिकंदर टोप्पो, जलेश्वर नायक, सोनू नायक, बबलू प्रमाणिक, विनोद नायक.
होटवासी मौजा : अजीत नारायण, जूली देवी, निरंजन कुमार सिंह, नवीन रावत, अशोक कुमार, रघुवंश महतो, माया कुमारी, पत्रिका देवी, विजय कुमार, मुन्ना ठाकुर, आरएस पांडे, अर्जुन राय.
बालालौंग मौजा : सेहस स्वांसी, शंकर मिंज, दुर्गा नायक, उमेश सिंह, कृष्णा प्रजापति, शंकर महतो, उमेश यादव, स्वर्गीय वासु गोप, श्यामली देवी, शिव कुमार विश्वकर्मा, विमल किशोर शर्मा, नरेंद्र सिंह, शशि शेखर, धनंजय नायक, विमल टोप्पो, नीलकंठ लाल सहदेव, विनय कुमार, मैनाथ गोप, स्वर्गीय वासु गोप, शांति देवी, पैरों उरांव, बसंत प्रमाणिक, दशा मुंडा, दुखन पाहन, पिंकू प्रसाद, मेहंदी देवी, मदिया देवी, बुंसी कश्यप, मंजु देवी, हौंडा नायक, राधिका टोप्पो, कोईली केरकेट्टा, सुनील तिर्की, किनु टोप्पो, विवेक रंजन, सुमन कुमार.
लाबेद मौजा : दिलीप महली, प्रकाश कुमार, कृष्णा कुमार.
Advertisements
Join Mashal News – JSR WhatsApp Group.
Join Mashal News – SRK WhatsApp Group.
सच्चाई और जवाबदेही की लड़ाई में हमारा साथ दें। आज ही स्वतंत्र पत्रकारिता का समर्थन करें! PhonePe नंबर: 8969671997 या आप हमारे A/C No. : 201011457454, IFSC: INDB0001424 और बैंक का नाम Indusind Bank को डायरेक्ट बैंक ट्रांसफर कर सकते हैं।
धन्यवाद!