बिहार में अवैध संपत्ति अर्जित करने वाले सरकारी सेवकों के खिलाफ कार्रवाई लगातार जारी है. ताजा मामला 67वीं BPSC पेपर लीक कांड मामले में गिरफ्तार और निलंबित पुलिस उपाधीक्षक रंजीत रजक से जुड़ा है जिनके विभिन्न ठिकानों पर हुई छापेमारी में काली कमाई से अर्जित अकूत संपत्ति का पता चला है. बिहार पुलिस की ही EOU (आर्थिक अपराध इकाई) की टीम ने रंजीत के पास से अकूत संपत्ति बरामद की है.
EOU के ADG नैय्यर हसनैन खान से मिली जानकारी के मुताबिक डीएसपी ने परिवार के सदस्यों के नाम पर काफी संपत्ति बना ली थी. आर्थिक अपराध इकाई को गुप्त सूचना प्राप्त हुई थी कि रंजीत कुमार रजक ने अपने पद का जमकर दुरूपयोग कर अकूत परिसम्पत्तिया अपने और अपने परिजनों के नाम से अर्जित कर रखी है. अनुसंधान के दौरान पाया गया कि रजक द्वारा अपनी पत्नी के नाम से मोहल्ला धनौत थाना-रूपरापुर, पटना में 6.3 डीसमिल का एक आवासीय भूखण्ड करीब 51,05,800 रूपये में क्रय किया गया है. इनके द्वारा अपनी पत्नी के नाम से मौजा हंसवर थाना-मनिहारी, जिला-कटिहार में 29 डिसमिल का एक आवासीय भूखण्ड करीब 5.90 लाख रूपये में क्रय किया गया है.
अवैध रूप से अर्जित पैसे को व्हाइट मनी मेंबदलने क लिए लगाये उपाय
डीएसपी द्वारा मां के नाम से मौजा हंसवर थाना-मनिहारी जिला- कटिहार स्थित 28.5 डिसमिल का एक आवासीय भूखण्ड क्रय किया गया है. इतना ही नहीं रजक ने अवैध रूप से अर्जित पैसे को व्हाइट मनी में बदलने के लिये अपने पैतृक ग्राम-हंसावर में अपनी विवाहिता बहन के नाम से हैप्पी फ्यूल सेंटर नामक भी खोल डाला, जिसमें सम्पूर्ण निवेश डीएसपी रजक का ही है. रजक और उनकी पत्नी के नाम से चल रहे बैंक खातों में काफी मात्रा में नगद राशि जमा करायी गयी है साथ ही भारी मात्रा में राशि का चेक एवं इलेक्ट्रॉनिक मोड में स्थानान्तरण हुआ है. रजक द्वारा अपने ससुर के नाम से एक टोयोटा इनोवा क्रिस्टा वाहन भी खरीदे जाने की बात प्रकाश में आयी है.
Join Mashal News – JSR WhatsApp Group.
Join Mashal News – SRK WhatsApp Group.
सच्चाई और जवाबदेही की लड़ाई में हमारा साथ दें। आज ही स्वतंत्र पत्रकारिता का समर्थन करें! PhonePe नंबर: 8969671997 या आप हमारे A/C No. : 201011457454, IFSC: INDB0001424 और बैंक का नाम Indusind Bank को डायरेक्ट बैंक ट्रांसफर कर सकते हैं।
धन्यवाद!