बाइडेन और मस्क के बीच टकराव वैसे तो पिछले साल यानी 2021 में ही शुरू हो गया था, लेकिन ये इसके भी पहले की बात मानी जाती है. दरअसल, टेस्ला Tesla CEO यानी एलन मस्क को डेमोक्रेटिक पार्टी का समर्थक नहीं माना जाता. बाइडेन एडमिनिस्ट्रेशन की नीतियों से उनकी नाराजगी भी छिपी नहीं है. अब मस्क खुलकर कमेंट्स करने लगे हैं.इस बार नाराजगी इतनी ज्यादा है कि मस्क ने बाइडेन को सोशल मीडिया पर टैग करते हुए खूब खरी-खोटी सुनाईं. मस्क ने बाइडेन को ऐसी कठपुतली करार दिया जो अमेरिकी नागरिकों को बेवकूफ समझ रहा है.
बाइडेन ने पिछले दिनों इलेक्ट्रिक कार कंपनियों के CEOs के साथ एक मीटिंग की थी. इसमें बाकी सभी कंपनियों के CEOs को तो बुलाया, लेकिन मस्क को न्योता नहीं दिया गया.
दरअसल, बाइडेन ने पिछले दिनों इलेक्ट्रिक कार कंपनियों के CEOs के साथ एक मीटिंग की थी. इसमें बाकी सभी कंपनियों के CEOs को तो बुलाया, लेकिन मस्क को न्योता नहीं दिया गया. ये हालात तब हैं जबकि टेस्ला अमेरिका ही नहीं दुनियाभर में इलेक्ट्रिक व्हीकल बनाने के मामले में सबसे आगे नजर आ रही है.बाइडेन ने फोर्ड और जीएम के CEOs से मुलाकात के फोटोज सोशल मीडिया पर शेयर किए थे और मुलाकात की जानकारी दी थी.
अमेरिकी राष्ट्रपति ने लिखा था- जीएम और फोर्ड अमेरिका में पहले ज्यादा इलेक्ट्रिक व्हीकल बना रही हैं. मस्क ने इसका जवाब सोशल मीडिया पर ही दिया.हर कैप में उन्होंने टेस्ला का नाम लिखा. कैप्शन में लिखा- बाइडेन इंसान के रूप में एक भीगी हुई कठपुतली हैं. इसके बाद उन्होंने एक और पोस्ट किया और लिखा- बाइडेन अमेरिकियों को मूर्ख बना रहे हैं।पिछले साल बाइडेन ने देश की बड़ी कार कंपनियों के एग्जीक्यूटिव्स के साथ मीटिंग की थी.
पिछले हफ्ते हुई मीटिंग में भी जनरल मोटर्स यानी GM और फोर्ड जैसी कंपनियों के CEOs को न्योता दिया गया, लेकिन मस्क को इससे दूर रखा गया.
इसमें तय हुआ था कि 2030 तक इलेक्ट्रिक वाहनों को ही तरजीह और तवज्जो दी जाएगी. इस मीटिंग में अमेरिकी की तमाम बड़ी कार कंपनियों के CEOs और दूसरे बड़े अफसर शामिल हुए थे, लेकिन मस्क को इसमें नहीं बुलाया गया था. पिछले हफ्ते हुई मीटिंग में भी जनरल मोटर्स यानी GM और फोर्ड जैसी कंपनियों के CEOs को न्योता दिया गया, लेकिन मस्क को इससे दूर रखा गया. मस्क की नाराजगी इसी बात को लेकर है. अमेरिकी मीडिया के कई हिस्सों में भी मस्क को न बुलाने पर सवालिया निशान लगाए गए थे.
कोविड के दौर में अमेरिकी अर्थव्यवस्था कुछ लड़खड़ाई, लेकिन आंकड़े के अनुसार जीडीपी की रफ्तार 6.7% है और यह अनुमान से कहीं ज्यादा है.
अमेरिकी राष्ट्रपति ने पिछले साल 20 जनवरी को शपथ लेने के बाद नारा दिया था- अमेरिका इज बैक. इसके बाद उनकी सरकार बिल्ड बैक बैटर कानून लाई. इसके तहत उन्होंने अमेरिकी कंपनियों के अधिकारियों के मुलाकात की और अमेरिकी अर्थव्यवस्था को फिर से बेहतर बनाने के लिए सहयोग मांगा. कोविड के दौर में अमेरिकी अर्थव्यवस्था कुछ लड़खड़ाई, लेकिन गुरुवार रात कॉमर्स डिपार्टमेंट ने 2021 की आखिरी तिमाही के आंकड़े जारी किए और बताया कि जीडीपी की रफ्तार 6.7% है और यह अनुमान से कहीं ज्यादा है.
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