Author: Nishat Khatoon
एक तरफ आयुष्मान भारत प्रधानमंत्री जल आरोग्य योजना (पीएमजेएवाई) जहां गरीबों को कोविड-19 के आर्थिक बोझ से कुछ खास राहत नहीं दिला सकी, तो वहीं दूसरी तरफ उन लोगों का अनुभव भी संतोषजनक नहीं रहा, जिन्होंने निजी स्वास्थ्य बीमा कंपनियों को भुगतान किया था। जैसे-जैसे कोविड-19 के मामले बढ़ते गए, वैसे ही कैशलेस इलाज कराने और क्लेम की राशि पाने में परेशानियां भी बढ़ती गईं। कोरोना रक्षक और कोरोना कवच के नाम से दो शॉर्ट टर्म पॉलिसी भारतीय बीमा नियामक और विकास प्राधिकरण (आईआरडीएआई) ने साल 2020 में खासतौर पर कोरोना संक्रमण को ध्यान में रखते हुए कोरोना रक्षक और…
देश के सबसे बड़े बैंक ने एक बयान में कहा कि ग्राहकों को बैंक के डिजिटल तौर-तरीकों को अपनाने के लिये प्रोत्साहित करने को लेकर SBI अब पांच लाख रुपये तक के IMPS लेन-देन के लिये कोई शुल्क नहीं लेगा। यह लेन-देन YONO ऐप, इंटरनेट बैंकिंग/मोबाइल बैंकिंग के जरिये किया जा सकता है। आइए जाने क्या क्या बदलाव होंगे 1. अगर कोई बैंक की शाखा में जाकर IMPS के जरिये पैसा भेजना चाहता है, 1,000 रुपये तक के लिये कोई शुल्क नहीं है। हालांकि, 1 फरवरी से 1,000 रुपये से अधिक और दो लाख रुपये तक के लेन-देन पर दो रुपये से 12…
कोरोना की तीसरी लहर (ओमीक्रोन) ने विवाह भवन संचालकों को दोहरा झटका दिया है। सरकार के आदेश के बाद अब विवाह में 50 लोग ही शामिल हो सकते हैं। इस कारण कई लोगों ने जनवरी में होनेवाली शादी की तिथि आगे बढ़ा दी है। पिछली बार भी विवाह भवन संचालकों को व्यापार में काफी मुश्किलों का सामना करना पड़ा। 200 लोगों की पार्टी न हो तो बचत भी नहीं होती एक केटरर विनोद शर्मा ने बताया कि जनवरी में तीन शादियां रद हो गयी हैं। सभी शादी में 200 से 250 लोगों का इंतजाम होना था। सभी लोगों ने यह…
पिछले साल भारत में जब कोरोना की पहली लहर कहर बरपा रही थी, तो बिहार के भागलपुर का जवाहरलाल नेहरू मेडिकल कॉलेज और अस्पताल टूटती व्यवस्था के बोझ से चरमरा रहा था। देश के अन्य कई अस्पतालों की तरह इस अस्पताल में भी सुविधाओं के नाम पर कुछ उपलब्ध नहीं था। वॉर्ड और आईसीयू मरीजों और उनके रिश्तेदारों से भरे पड़े थे। पुलिसकर्मी हथियार लेकर डॉक्टरों की सुरक्षा कर रहे थे कि कहीं हिंसा ना हो जाए। आठ सौ बेड वाला यह अस्पताल कई लाख लोगों के लिए उस समय एकमात्र उम्मीद था, जिसका टूटना तय था। यहां भी पढ़ें…
पिछले दिनों गुजरात हाई कोर्ट ने अहम टिप्पणी की है l अदालत ने कहा कि कानून कई मामलो में दूसरा विवाह की इजाजत तो देता है लेकिन इसे प्रोत्साहित नहीं करता। कोर्ट ने कहा कि इस कानून के आधार पर किसी महिला को पति के साथ रहने के लिए मजबूर नहीं किया जा सकता और पहली पत्नी अपने पति के साथ रहने से इनकार कर सकती है। कोर्ट ने टिप्पणी की, “भारत में जो मुस्लिम कानून लागू किया जाता है, उसमें बहुविवाह की संस्था को सहन तो किया जाता है लेकिन प्रोत्साहित नहीं किया जाता। इसके तहत किसी पति को…
नीतीश सरकार द्वारा बिहार में शराबबंदी सफल नहीं हुई तो इसकी ज़िम्मेवारी उनके ऊपर इसलिए बनती है क्योंकि चाहे नालंदा में उनकी पार्टी के नेताओं की गिरफ़्तारी का मामला रहा हो या उनके मंत्रिमंडल सहयोगी रामसूरत राय के भाई के विद्यालय से शराब की ज़ब्ती का, सुशासन बाबू की कथनी और करनी में उन जगहों पर फ़र्क साफ दिखता रहा। यहां भी पढ़ें : सबसे मशहूर सेब जिसके सामने भारत की अर्थव्यवस्था भी फीकी आइए जानते है “सुशासन बाबू” कहे जाने वाले नीतीश कुमार के बारे बिहार के मुख्य मंत्री नीतीश कुमार इन दिनों समाज सुधार अभियान पर बिहार के…
शायद 21वीं सदी का सबसे मशहूर ‘सेब’, ‘एप्पल’ है, यानि एप्पी कंपनी का लोगो। एक तरफ से बाइट लिया हुआ सेब। इसे 1977 में रॉब जेनॉफ ने डिजाइन किया था।एप्पल को एप्पल नाम देने का आइडिया इसके संस्थापकों में एक रहे स्टीव जॉब्स का था। उन्होंने बताया था कि एक बार जब वे सेब के एक बगीचे से लौट रहे थे, तो उन्हें कंपनी का नाम एप्पल रखने का विचार आया। आईफोन बनाने वाली कंपनी एप्पल की मार्केट वैल्यू सोमवार को अमेरिकी शेयर मार्केट पर थोड़ी गिरने से पहले 3 ट्रिलियन डॉलर के रिकॉर्ड स्तर के ऊपर चली गई। भले…
रिपोर्टर्स विदाउट बॉर्डर्स (आरएसएफ) ने गुरुवार को बताया कि साल 2021 में 46 पत्रकार मारे गए और दुनियाभर में इस वक्त 488 मीडियाकर्मी जेलों में बंद हैं।अंतरराष्ट्रीय संस्था रिपोर्टर्स विदाउट बॉर्डर्स हर साल पत्रकारों को लेकर अपनी रिपोर्ट जारी करती है।उसके मुताबिक पिछले 25 सालों में मारे गए पत्रकारों की संख्या इस साल सबसे कम है। यहां भी पढ़ें : वीवो वी23 5जी, वीवो वी23 प्रो 5जी डुअल सेल्फी कैमरा के साथ भारत में लॉन्च: जानिए कीमत, स्पेसिफिकेशंस और बहुत कुछ सबसे ज्यादा महिला पत्रकार हिरासत में आरएसएफ ने कहा कि उसने कभी भी इतनी अधिक महिला पत्रकारों को हिरासत…
दुनिया की सबसे बड़ी सरकारी स्वास्थ्य बीमा योजना समस्याओं से घिरी हुई है। महामारी ने इसके इंप्लीमेंटेशन में कमियों और इसके प्रति संदेह को अधिक स्पष्ट कर दिया है। कोविड-19 महामारी की मार से बचाने में आयुष्मान कार्ड की विफलता अपेक्षित थी। क्योंकि स्वास्थ्य राज्य का विषय है और राज्य सरकारों द्वारा पीएमजेएवाई को इंप्लीमेंट किया जाता है, इसलिए कई राज्यों ने कोविड-19 रोगियों को राहत पहुंचाने में देरी की। कई राज्य की अधिसूचना में देरी और अस्पष्टता मध्य प्रदेश ने औपचारिक रूप से 7 मई 2021 के अंत तक इस योजना के तहत कोविड-19 उपचार को शामिल किया। इस…
अब आम आदमी पार्टी (AAP) ने मन बना लिया है कि पंजाब में होने वाले विधानसभा चुनाव में पार्टी सांसद भगवंत मान को ही मुख्यमंत्री पद का चेहरा बनाकर उतरा जाए।पार्टी के सूत्रों के अनुसार, भगवंत मान के चेहरे पर ही पंजाब विधानसभा चुनाव 2022 लड़ने का मन बना लिया है, और इस फैसले की औपचारिक घोषणा के लिए पार्टी सही समय का इंतज़ार कर रही है। सूत्रों के मुताबिक, मौजूदा समय में पार्टी के राष्ट्रीय संयोजक तथा दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल कोरोना पॉज़िटिव हैं, इसलिए औपचारिक घोषणा में कुछ दिन की देरी हो सकती है। भगवंत मान का…