किसानों के लिए एक बड़ी खुशखबरी है, जो सरसों की खेती करते हैं। भारत में खाद्य तेल उद्योग के शीर्ष संगठन COOIT के अनुसार वर्ष 2021-22 की फसल के रबी सीजन में देश का सरसों उत्पादन बढ़कर 100-110 लाख टन हो जाएगा।
खास बात यह है कि किसानों द्वारा अधिक सरसों की बुवाई पिछले साल से लगभग 30 प्रतिशत ज्यादा है और पिछले रबी सीजन में किसानों को उनकी सरसों की फसल के अच्छे दाम मिले थे। ऐसे में सरसों की खेती करने वाले किसानों के लिए यह साल मोटा मुनाफा लेकर आ सकता है।
सभी प्रमुख उत्पादक राज्यों में सरसों की बंपर बुवाई
दरअसल सरसों रबी सीजन की प्रमुख फसलों में से एक है। इस फसल का वर्ष 2020-21 (जुलाई-जून) में उत्पादन 85 लाख टन रहा था, लेकिन इस साल यह और भी ज्यादा रहने वाला है।
सरसों उत्पादन संबंधित अनुमानों के बारे में द सेंट्रल ऑर्गेनाइजेशन फॉर ऑयल इंडस्ट्री एंड ट्रेड के अध्यक्ष बाबूलाल दाता कहते हैं, “इस वर्ष राजस्थान सहित सभी प्रमुख उत्पादक राज्यों में सरसों की बुवाई में काफी वृद्धि हुई है।
लिहाज़ा अनुमान है कि 2021-22 सीजन में उत्पादन बढ़कर 100-110 लाख टन हो सकता है। भारत वनस्पति तेलों का विश्व रबी सबसे बड़ा आयातक है। भारत और एशियाई देशों में सरसों का उपयोग भारतीय खाना पकाने में लोकप्रिय रूप से किया जाता है।
किसानों को मिल सकता है अधिक मुनाफा
भारत सरकार के आंकड़ें भी कहते हैं कि चालू रबी बुवाई के मौसम में 10 दिसंबर’ 2021 तक रेपसीड और सरसों के बीज का रकबा लाख हेक्टेयर 81.66 था, जबकि पिछले साल इसी अवधि में यह 65.97 लाख हेक्टेयर था, जोकि 15.69 प्रतिशत अधिक है।
उल्लेखनीय है कि किसानों को पिछले रबी सीजन में उनकी सरसों की फसल के अच्छे दाम मिले थे। यही वजह है कि मौजूदा रबी सीजन में उन्होंने सरसों का अधिक रकबा डाला है। वहीं फसल के लिए मौसम की स्थिति भी अब तक अनुकूल रही है।
Join Mashal News – JSR WhatsApp Group.
Join Mashal News – SRK WhatsApp Group.
सच्चाई और जवाबदेही की लड़ाई में हमारा साथ दें। आज ही स्वतंत्र पत्रकारिता का समर्थन करें! PhonePe नंबर: 8969671997 या आप हमारे A/C No. : 201011457454, IFSC: INDB0001424 और बैंक का नाम Indusind Bank को डायरेक्ट बैंक ट्रांसफर कर सकते हैं।
धन्यवाद!