मामला अदालत में विचाराधीन है, फिर ऐसी कार्रवाई क्यों ?
वर्ष 1960 से यूपी के वाराणसी स्थित राजघाट पर संचालित सर्व सेवा संघ को नेस्तनाबूद करने के उद्देश्य से आज 22 जुलाई को कानूनी डंडा चलाया गया. ज़बरन वहां के सामानों को बाहर कर दिया गया. हालांकि इसे मई महीने में वहां के कमीश्नर ने परिसर स्थित गांधी विद्या संस्थान पर कब्ज़ा कर लिया है. इसके खिलाफ गांधी जन पिछले दो महीनों से सत्याग्रह कर रहे हैं. अदालत की शरण में भी गए. मामला अभी विचाराधीन है. फिर भी वाराणसी पुलिस परिसर में घुसकर कार्यालय के कमरों आदि को खाली कराने लगी. इस दौरान शांतिपूर्ण ढंग से सत्याग्रह कर रहे गांधी जनों को ज़बरन हटाया गया. प्रतिरोध करने पर सर्व सेवा संघ के अध्यक्ष चन्दन पाल, उत्तर प्रदेश सर्वोदय मंडल के अध्यक्ष राम धीरज, प्रकाशन विभाग के संयोजक अरविन्द अंजुम,राजेन्द्र मिश्र, ईश्वर चन्द्र, नंदलाल मास्टर, जीतेन्द्र सहित करीब दो दर्जन सत्याग्रहियों को गिरफ्तार कर लिया गया.
करोड़ों भारतीयों के दिलों से उन मनीषियों को कैसे मिटाओगे सरकार ?
यहां पुस्तकालय में जो किताबें रखी गई हैं, जिनकी कीमत लगभग दो करोड़ चालीस लाख बताई जा रही है. सवाल यह है कि इन्हें कहां रखा जाएगा. साथी ही जो लोग इसे परिसर में सालों से सेवा देते आ रहे हैं, जिन्होंने कभी अपने लिए कोई मकान तक नहीं बनाया, उनका क्या होगा. क्या यूपी सरकार पर प्रशासन की यह कार्रवाई उचित है. गांधी, विनोबा और जयप्रकाश की विरासत को मिटाने की यह कुचेष्टा तो नहीं ? जहां से भी सरकार के खिलाफ आवाज़ें उठ रही उन्हें बंद करने का राजनीतिक षडयंत्र तो नहीं ? करोड़ों भारतीयों के दिलों से उन मनीषियों को कैसे मिटाओगे ?
जमशेदपुर में भी सत्याग्रह
इधर जमशेदपुर में भी ज़िला सर्वोदय मंडल, जसवा समेत कई संगठनों के बैनर तले इस दमनात्मक कार्रवाई के ख़िलाफ़ गांधी जन बैठे सत्याग्रह पर. वाराणसी प्रशासन की इस मनमानी की घोर निंदा करते हुए गांधी जनों ने मांग की, कि गिरफ्तार साथियों की अविलम्ब रिहाई हो, सर्व सेवा संघ से पुलिस तत्काल हटाई जाय तथा अदालत के फैसले से पहले कोई कार्रवाई न की जाय.———#
सोशल मीडिया पर फैलाई गयी फर्जी खबरों ने दरिंदगी को दिया जन्म
शशांक शेखर विगत 30 वर्षों से पत्रकारिता, आकाशवाणी व सामाजिक कार्यों से जुड़े हुए हैं साथ ही लघु/फीचर फिल्मों व वृत्त चित्रों के लिए कथा-लेखन का कार्य भी विगत डेढ़ दशकों से कर रहे हैं. मशाल न्यूज़ में पिछले लगभग ढाई वर्षों से कार्यरत हैं.
Join Mashal News – JSR WhatsApp Group.
Join Mashal News – SRK WhatsApp Group.
सच्चाई और जवाबदेही की लड़ाई में हमारा साथ दें। आज ही स्वतंत्र पत्रकारिता का समर्थन करें! PhonePe नंबर: 8969671997 या आप हमारे A/C No. : 201011457454, IFSC: INDB0001424 और बैंक का नाम Indusind Bank को डायरेक्ट बैंक ट्रांसफर कर सकते हैं।
धन्यवाद!