फ्लोरिडा के टैंपा बे (Tampa Bay, Florida) के रहने वाले डॉनी एडम्स (Donnie Adams) के शरीर में मांस खाने वाले बैक्टीरिया (Flesh eating bacteria in body) घुस गए थे जिसने उन्हें ऐसा इंफेक्शन दे दिया कि उनकी जान जाते-जाते बची.आज के समय में ऐसे-ऐसे बैक्टीरिया और वायरस पनपने लगे हैं जिससे इंसान तुरंत ही संक्रमित हो जाता है और उसकी तबीयत बिगड़ने लगती है. कोरोना वायरस को ही ले लीजिए. इसने पिछले 3 सालों में जिस तरह तबाही मचाई उससे तो सब वाकिफ हैं.
फ्लोरिडा के टैंपा बे (Tampa Bay, Florida) के रहने वाले डॉनी एडम्स (Donnie Adams) के शरीर में मांस खाने वाले बैक्टीरिया (Flesh eating bacteria in body) घुस गए थे जिसने उन्हें ऐसा इंफेक्शन दे दिया कि उनकी जान जाते-जाते बची. ऐसा किसी जानवर या अन्य जीव के काटने से नहीं हुआ, बल्कि उन्हीं के एक रिश्तेदार ने उन्हें ऐसा काटा कि वो इंफेक्शन से संक्रमित हो गए. डॉनी फरवरी में एक फैमिली पार्टी में गए थे जहां उनकी लड़ाई एक रिश्तेदार से हो गई और बात हाथापाई तक पहुंच गई. तभी उस रिश्तेदार ने उन्हें ऐसा काटा कि उनके गहरा घाव हो गया.
इस घटना के बाद डॉनी अस्पताल गए और टिटनेस का इंजेक्शन लगवाया और साथ में एंटीबायोटिक्स खा लिया. ऐसा उन्होंने सिर्फ प्रिकॉशन के लिए किया था. पर उनकी स्थिति ज्यादा ही खराब हो गई. तीसरे दिन तक उनका पैर सूजने लगा और इंफेक्शन फैल गया. वो चल भी नहीं पा रहे थे. पैर में दर्द और सूजन दोनों थी. जब उन्होंने देखा कि उनका इंफेक्शन कम होने का नाम नहीं ले रहा है, तो वो एक अस्पताल में दिखाने गए जहां उन्हें इमर्जेंसी वॉर्ड में शिफ्ट कर दिया गया. डॉक्टरों ने जांच में पाया कि उनके शरीर में फ्लेश ईटिंग बैक्टीरिया हैं जिन्हें ‘necrotising fasciitis’ कहते हैं.
उन्होंने बताया कि इस इंफेक्शन के कारण तेजी से शरीर के टिशू मरने लगते हैं. डॉक्टरों ने बताया कि ये बैक्टीरिया एडम के शरीर में रिश्तेदार के काटने से घुसा था. उसके दांत मांस को चीरकर शरीर के अंदर घुस गए थे. सेंटर ऑफ डिसीस कंट्रोल एंड प्रिवेंशन के अनुसार इंसान का काटना, कुत्ते के काटने से ज्यादा गंदा होता है, क्योंकि उसके काटने से अलग तरह के बैक्टीरिया ग्रो करते हैं. डॉक्टरों ने एडम के जांघ की सर्जरी की जिससे उन्होंने संक्रमित टिशू को निकाल दिया.
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