ट्विटर पर गिरिडीह उपायुक्त और गिरिडीह पुलिस के साथ ही झारखंड पुलिस को टैग करते हुए मुख्यमंत्री सोरेन ने इस केस में तत्परता दिखाते हुए जांच कर कार्रवाई करने के बाद सूचित करने का निर्देश दिया है.
इस बीच पुलिसकर्मियों पर नवजात को पैर तले कुचलने के आरोप के बाद एसपी ने कार्रवाई करते हुए थानेदार को लाइन हाजिर कर दिया है. वहीं, छापेमारी में शामिल अधिकारी और चार कांस्टेबल को निलंबित कर दिया है. डीएसपी संजय राणा ने इस कार्रवाई की पुष्टि की है. उन्होंने बताया कि इस मामले में आगे की जांच चल रही है. डीएसपी ने यह भी जानकारी दी कि मृत बच्चे के परिजन के आवेदन पर गैरइरादतन हत्या की प्राथमिकी भी दर्ज कर ली गई है.
बता दें कि इस केस में झारखंड पुलिस पर संगीन आरोप लगे हैं. मामला गिरिडीह से जुड़ा है जहां चार दिन के बच्चे की मौत हो गई थी और इसका कारण गिरिडीह पुलिस को बताया जा रहा है. इस बीच मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन के संज्ञान बाद मजिस्ट्रेट के निरीक्षण में नवजात बच्चे का पोस्टमार्टम किया गया और पोस्टमार्टम के बाद शव को परिजनों को सौंप दिया गया. हालांकि, अभी तक पोस्टमार्टम रिपोर्ट सार्वजनिक नहीं किया गया है. परिजनों ने बच्चे का अंतिम संस्कार भी कर दिया है.
पुलिस बूट से मासूम के कुचलने का यह है मामला
बता दें कि गिरिडीह के देवरी थाना क्षेत्र के कोशोगोंदो दिघी गांव में चार दिन पूर्व जन्मे नवजात बच्चे की मौत हो गई थी. परिजनों का आरोप है कि नवजात की मौत वारंटी की तलाश में आई देवरी पुलिस के कुचले जाने से हुई है. मृत नवजात के परिजनों ने बताया कि भूषण पांडेय को गिरफ्तार करने के लिए बुधवार की अहले सुबह देवरी थाना प्रभारी संगम पाठक के नेतृत्व में पुलिस की टीम उनके घर आई थी. पूरे घर में भूषण पांडेय को खोजा जा रहा था. पुलिस को देखते ही सभी सदस्य घर को छोड़ कर निकल गए थे.
पुलिस के बूट से कुचलकर हुई मासूम की मौत!
इस दौरान चार दिन पूर्व जन्मा नवजात ही केवल घर के कमरे में बिस्तर पर सो रहा था. पुलिस के जाते ही जब वो घर में पहुंचे तो बच्चे के शरीर में कोई हलचल होते उन्हें नहीं मिली. खोजबीन के दौरान पति चला कि किसी पुलिस वाले के पैर के नीचे दबने से मासूम की मौत हो गई. मृत नवजात के दादा सह वारंटी भूषण पांडेय का कहना है कि पुलिस को आता देख वह घर छोड़ कर भाग गया था, जिसके बाद पुलिस घर के एक एक कमरे की तलाशी लेती रही. नवजात को छोड़ महिला भी कमरे से बाहर निकल गई जिसके बाद पुलिस कर्मी नवजात के कमरे में भी पहुंच कर उसे तलाशती रही.
बिस्तर पर सोए मासूम को पुलिस ने कुचल डाला!
आरोप के अनुसार, पुलिस द्वारा नवजात के चौकी पर भी चढ़कर घर के ऊपरी हिस्सों की तलाशी लिया जाता रहा. इसी क्रम में बिस्तर पर सोए नवजात बच्चे को भी पुलिस ने कुचल दिया जिससे उसकी मौत हो गई. इसे लेकर मृत नवजात के पिता ने देवरी पुलिस के खिलाफ लिखित शिकायत भी की है. साथ ही उन पर मारने व शिकायत न करने की धमकी देने का भी आरोप लगाया है.
झारखंड विधानसभा में गूंजा मासूम मौत का मामला
गौरतलब है कि चार दिन के बच्चे की मौत का मामला झारखंड विधानसभा में भी गूंजा था. बगोदर विधायक विनोद सिंह ने इस मामले को विधानसभा में उठाया और सरकार से जांच कर कार्रवाई की मांग की. घटना की जानकारी मिलने के बाद वरीय अधिकारियों के निर्देश पर जांच शुरू हो गई है. इस मामले में डीएसपी संजय राणा ने बताया कि पूरी घटना की पड़ताल की जा रही है. जांच के पश्चात ही आगे की कार्रवाई की जाएगी.
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