राज्य के सबसे बड़े हॉस्पिटल रिम्स में व्यवस्था सुधरने को लेकर हाईकोर्ट फटकार लगा रही है. अधिकारियों को कोर्ट में बुलाया जा रहा है. इतना ही नहीं कोर्ट ने डायरेक्टर को यहां तक कह डाला कि काम नहीं करना चाहते तो अपने पद से इस्तीफा दे दे. इसके बाद भी रिम्स की व्यवस्था सुधरने का नाम नहीं ले रही है. अब रिम्स की कमान किसी आईएएस के हाथों में देने का प्रस्ताव स्वास्थ्य विभाग द्वारा तैयार किया जा रहा है. जिसमें पूरे हॉस्पिटल प्रबंधन को देखने का काम उनके जिम्मे होगा. वहीं किसी के भी विरुद्ध एक्शन लेने का भी पावर उनके हाथों में होगा. बताते चलें कि रिम्स की गवर्निंग बॉडी की बैठक में पहले भी निर्णय लिया गया था कि डॉक्टरों को प्रशासनिक कार्यों से दूर रखा जाएगा.
एडिशनल डायरेक्टर है आईएएस चंदन
हॉस्पिटल में फिलहाल एक आईएएस को मैनेजमेंट में जगह दी गई है. चंदन कुमार को एडिशनल डायरेक्टर बनाया गया है. लेकिन उनकी भी कुछ लिमिट्स है. अब नए प्रस्ताव के अनुसार उनके एडमिनिस्ट्रेटिव पावर को बढ़ाए जाने की उम्मीद है. जिससे कि हॉस्पिटल में व्यवस्था को सुधारने में मदद मिलेगी.
विभागों में काम हो रहा प्रभावित
हॉस्पिटल में मेडिकल सुपरिटेंडेंट के पद पर पेडियाट्रिक सर्जरी डिपार्टमेंट के एओडी डॉ हिरेंद्र बिरुआ को जिम्मेवारी दी गई है. इस वजह से पेडियाट्रिक सर्जरी डिपार्टमेंट में बच्चों की सर्जरी धीमी पड़ गई है. वहीं डॉक्टर की कमी से ओपीडी में भी मरीजों को इंतजार करना पड़ रहा है. इसके अलावा डॉ शिव प्रिये को डीन स्टूडेंट वेलफेयर बनाया गया है. वहीं डॉ राकेश रंजन को मेडिकल ऑफिसर स्टोर में तैनात किया गया है.
इस मामले में सांसद प्रतिनिधि सब जीबी सदस्य राजकिशोर का कहना है कि पहले ही बैठक में कहा गया था कि डॉक्टरों को प्रशासनिक कार्यों से दूर रखा जाएगा. जिसपर सहमति भी हुई थी. इसके बाद भी प्रबंधन डॉक्टरों को अलग-अलग विभागों में लगाए हुए है. जिससे कि उनका पूरा समय आफिस के कामों में गुजर रहा है. मरीजों को इसका लाभ नहीं मिल पा रहा है.
Join Mashal News – JSR WhatsApp Group.
Join Mashal News – SRK WhatsApp Group.
सच्चाई और जवाबदेही की लड़ाई में हमारा साथ दें। आज ही स्वतंत्र पत्रकारिता का समर्थन करें! PhonePe नंबर: 8969671997 या आप हमारे A/C No. : 201011457454, IFSC: INDB0001424 और बैंक का नाम Indusind Bank को डायरेक्ट बैंक ट्रांसफर कर सकते हैं।
धन्यवाद!