जमशेदपुर से एक बड़ी बात बिना ऑक्सीजन सिलेंडर का उपयोग किए माउंट मानसलू की चोटी पर पहुंचने का है. टाटा स्टील एडवेंचर फाउंडेशन ने एक और उपलब्धि हासिल की है। फाउंडेशन की सीनियर ट्रेनर अस्मिता दोरजी पूरक ऑक्सीजन का उपयोग किए बिना 30 सितंबर को माउंट मानसलू की चोटी पर पहुंची। आपको बता दें की माउंट एवरेस्ट दुनिया का सबसे ऊंचा पर्वत है। इसकी ऊंचाई समुद्र तल से 8,849 मीटर है।
माउंट मानसलू को बिना ऑक्सीजन फतह करने से पहले अस्मिता माउंट एवरेस्ट को भी बिना ऑक्सीजन फतह करने का प्रयास कर चुकी हैं। हलांकि वो इसे पूरा नहीं कर पाईं थी। अस्मिता 30 सितंबर को दोपहर करीब सवा एक बजे माउंट मानसलू पर चढ़ गईं। उन्होंने समिट के लिए रात 9 बजे कैंप 3 शुरू किया। कैंप 4 में तेज हवाएं चल रही थीं, तब उसने अपने शेरपाओं के साथ कैंप 4 में कुछ समय के लिए रुकने का फैसला किया। वह 30 सितंबर को सुबह करीब 6 बजे कैंप 4 से निकलीं और दोपहर सवा एक बजे शिखर पर पहुंचीं।
ऑक्सीजन के बिना किसी 8000 मीटर की चोटी पर यह उनका दूसरा अभियान है
मानसलू समुद्र तल से 8163 मीटर (26,781 फीट) की ऊंचाई पर दुनिया का आठवां सबसे ऊंचा पर्वत है। यह नेपाल के पश्चिम-मध्य भाग में, नेपाली हिमालय के हिस्से, मंसिरी हिमालय में है। मानसलू गोरखा जिले की सबसे ऊंची चोटी है और अन्नपूर्णा से लगभग 64 किमी (40 मील) पूर्व में है। ऑक्सीजन के बिना किसी 8000 मीटर की चोटी पर यह उनका दूसरा अभियान है। दुनिया की सबसे ऊंची चोटी माउंट एवरेस्ट को फतह करने के दौरान अस्मिता महज सौ मीटर पीछे रह गईं थीं। उन्होंने 8,749 मीटर की ऊंचाई तक का सफर तय कर लिया था।
Join Mashal News – JSR WhatsApp Group.
Join Mashal News – SRK WhatsApp Group.
सच्चाई और जवाबदेही की लड़ाई में हमारा साथ दें। आज ही स्वतंत्र पत्रकारिता का समर्थन करें! PhonePe नंबर: 8969671997 या आप हमारे A/C No. : 201011457454, IFSC: INDB0001424 और बैंक का नाम Indusind Bank को डायरेक्ट बैंक ट्रांसफर कर सकते हैं।
धन्यवाद!