पश्चिमी सिंहभूम जिले के सबसे बड़े सरकारी अस्पताल (सदर अस्पताल) में ओपीडी शुल्क बढ़ाने की तैयारी चल रही है। अभी मरीजों को ओपीडी में दिखाने के लिए 2 रुपये पंजीकरण शुल्क देना पड़ता है। अस्पताल प्रबंधन समिति अब इस पंजीकरण शुल्क को 2 रुपये से बढ़ाकर 5 रुपये करना चाह रही है।
जिला परिषद अध्यक्ष लक्ष्मी सुरेन की अध्यक्षता में अस्पताल प्रबंधन समिति की बैठक में ओपीडी पंजीकरण शुल्क बढ़ाने का प्रस्ताव लाया गया। बैठक में मौजूद सिविल सर्जन डा. जुझार मांझी ने कहा कि सदर अस्पताल के ओपीडी में लिया जाने वाला शुल्क 2 रुपये से बढ़ा कर 5 रुपये करने पर हम लोग विचार कर रहे हैं। 4-5 साल पहले अस्पताल प्रबंधन समिति की बैठक में 2 रुपये ओपीडी शुल्क तय किया गया था।
अब इसे पुन: निर्धारित करने का प्रस्ताव बैठक में आया है। इस पर विचार किया जायेगा। सर्वसहमति के बाद इसे लागू किया जायेगा। बैठक में यह भी बताया गया कि सदर अस्पताल परिसर में कुल 94 दुकानें हैं। इन दुकानों का लगभग 24 लाख रुपये बकाया है। इस राशि की वसूली के लिए संबंधित दुकानदारों को नोटिस किया जा रहा है। एक सप्ताह के अंदर बकाया राशि का भुगतान सभी दुकानदारों को करने के लिए कहा गया है। किराया जमा नहीं करने पर अस्पताल प्रबंधन अपने स्तर से किराया की वसूली करेगा। किराया से मिलने वाले फंड को अस्पताल के विकास में खर्च किया जायेगा।
पीकू वार्ड के पास महिला व पुरुष स्नानघर का होगा निर्माण
बैठक में सदर अस्पताल के पीकू वार्ड के पास महिला व पुरुष के लिए अलग-अलग स्नानघर का निर्माण कराने का प्रस्ताव भी आया। कहा गया कि स्नानघर के अभाव में बाहर से आने वाले मरीजों व उनके सहयोगी को काफी दिक्कत का सामना करना पड़ता है। तय हुआ कि स्नान घर का निर्माण कराया जायेगा। बैठक में टूट रहे सदर अस्पताल के मुख्य गेट व प्रवेश द्वार में हमेशा पानी जमा रहने का मुद्दा भी उठा।
समिति ने अस्पताल के मुख्य द्वार के निर्माण की स्वीकृति प्रदान की। तय हुआ कि प्रवेश द्वार के आसपास सौंदर्यीकरण का भी कार्य किया जायेगा। इसके लिए पहले सीएसआर से फंड जुटाने का प्रयास किया जायेगा अगर सीएसआर से नहीं बनाया जाता है तो उसे अन्य मदों से निर्माण कराया जायेगा।
अस्पताल परिसर में पुलिस पिकेट खोलने का प्रस्ताव
सदर अस्पताल परिसर काफी बड़ा है। भविष्य में मेडिकल कालेज बन जाने से मरीजों की भीड़ भी बढ़ जायेगी। अस्पताल में आये दिन चोरी की घटना हो रही है। इसलिए भविष्य और सुरक्षा को देखते हुए एक पुलिस पिकेट का निर्माण अस्पताल परिसर में अति आवश्यक हो गया है। पुलिस पिकेट निर्माण का मांग जिला प्रशासन से की जायेगी। वहीं, मरीजों की सुविधा के लिए अस्पताल परिसर में एक भारतीय स्टेट बैंक ग्राहक सेवा स्थापित किया जायेगा।
पीकू वार्ड का ड्रेनेज सिस्टम ठीक किया जायेगा। सदर अस्पताल के रसोई घर की मरम्मत की जायेगी। मरीजों की सुविधा के लिए 3-3 महिला और पुरुष गार्ड की नियुक्ति की जायेगी। अस्पताल में मरीजों की सुविधा के लिए 300 मच्छरदानी तत्काल उपलब्ध कराया जायेगा। सीएस ने कहा कि शवों का पोस्टमार्टम कराने वाले कर्मी की शिकायत मिली है कि 2 से 3 हजार रुपये अतिरिक्त लेते हैं। इसकी जांच करायी जायेगा।
अस्पताल प्रबंधन समिति में ये सदस्य हैं शामिल
– जिला परिषद अध्यक्ष चाईबासा लक्ष्मी सुरीन, सदर विधायक दीपक बिरुवा, अपर मुख्य चिकित्सा पदाधिकारी डा. जुझार मांझी, जिला यक्ष्मा पदाधिकारी, जिला कुष्ठ निवारण पदाधिकारी, उपाधीक्षक सदर अस्पताल, जिला कार्यक्रम प्रबंधक एनएचएम, अस्पताल प्रबंधक एनएचएम, एनजीओ प्रकाश लागुरी, समाजसेवी अनिल लकड़ा, समाजसेवी सरवल नेहाल नज्जू, सचिव एसआर रुंगटा ग्रुप, सचिव जैन ग्रु़प, सचिव साव ग्रुप व सचिव नेवटिया ग्रुप चाईबासा को शामिल किया गया है।
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