मेरा पोता हादसे का शिकार नहीं हुआ, उसकी सड़क पर गुस्से में हत्या की गई है, रोते हुए मासूम विदित के दादा प्रेम प्रकाश का यह आरोप है। उनका कहना है कि पुलिस मामले को रफा-दफा करने के लिए इसे हादसा बताकर बचना चाह रही है।
प्रेम प्रकाश का कहना है कि यदि पुलिस उनकी नहीं सुनेगी तो वह इंसाफ के लिए हर दरवाजे को खटखटाएंगे। ऐसा कैसे हो सकता है कि स्कूटी पर सवार मेरे एक पोते विदित और मुझे गंभीर चोट लगी, जबकि स्कूटी के आगे खड़े तीन साल के दक्ष को खरोंच भी नहीं आई।
क्या है पूरा मामला ?
स्कूटी की जांच की जाएगी तो उस पर भी किसी हादसे के निशान नहीं हैं। प्रेम प्रकाश और उनके परिवार ने पूरे मामले की जांच करवाने की बात की है। वहीं पुलिस अधिकारी शुक्रवार को भी इस मामले को सड़क हादसा ही बता रहे थे। पुलिस का कहना था कि मामले में एक नाबालिग आरोपी को पकड़ लिया गया है, दूसरे की तलाश की जा रही है।बता दें कि बुधवार शाम छावला इलाके में पांच साल के विदित की मौत हो गई थी। परिवार ने सड़क पर गुस्से में उसकी हत्या का आरोप लगाया था। विदित पहली कक्षा का छात्र था। परिवार में पिता मोहित कुमार पंजाब एफसीआई में है, दादा प्रेम प्रकाश डीटीसी में कार्यरत हैं।
दादी राजेश देवी दिल्ली पुलिस में एसआई
दादी राजेश देवी दिल्ली पुलिस में एसआई हैं। प्रेम प्रकाश ने बताया कि रोज शाम को वह अपने दोनों पोतों विदित (5) और दक्ष (3) को घर से तीन किलोमीटर दूर पार्क में खेलने के लिए ले जाते थे। बुधवार को भी ऐसा ही हुआ। लौटते समय रास्ते में पपरावट रोड पर अचानक उनकी स्कूटी को पीछे से एक बाइक सवार ने टक्कर मार दी। इसके बाद आरोपी उनसे झगड़ा करने लगे।प्रेम प्रकाश ने बताया कि उन्होंने विरोध किया तो आरोपियों ने उनको धक्का दे दिया। इसके बाद उन पर रॉड से हमला कर दिया। आरोपियों ने मासूम विदित को भी नहीं छोड़ा। उसके सिर पर भी वार किया। वारदात के समय दोनों लड़के नशे में थे।
..क्या चोट देखकर ऐसा लगता है कि हादसे में लगी
प्रेम प्रकाश ने बताया कि उनकी चोट देखकर क्या ऐसा लगता है कि वह सड़क हादसे में लगी। उनकी एक आंख पर गंभीर चोट है। उनका सिर बीचों-बीच से फटा हुआ है। सर में आठ टांके हैं। स्कूटी पर हादसे के कोई निशान नहीं हैं। पुलिस को इसकी भी मेकेनिकल जांच करवानी चाहिए।
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