फ़ैक्टशाला डिजिटल मीडिया साक्षरता कार्यशाला शंकोसाई की खड़िया बस्ती में व उत्क्रमित मध्य विद्यालय, टाँगराइन, पोटका में डिजिटल मीडिया साक्षरता कार्यशाला आयोजित
गलत व भ्रामक सूचनाओं का प्रसार समाज के लिए खतरनाक
कोरोना महामारी के समय वैक्सीन समूचे मानवता के लिए नई आशा लेकर आया था, लेकिन शुरुआती समय में सोशल मीडिया पर वायरल कई अफवाहों की चपेट में आकर माहवारी की प्रक्रिया से गुजर रही महिलाएं वैक्सीन लेने से बच रही थी। इसी तरह व्हाट्सएप्प, फेसबुक जैसे लोकप्रिय ऑनलाइन सूचना माध्यमों पर तैरती सही गलत भ्रामक सूचनाओं के कारण समाज को लगातार कई चुनौतियों का सामना करना पड़ता है, कई मामलों में लोग फाइनेंसियल फ्रॉड का शिकार हो जाते हैं, तो कई मामलों में अफवाहों के कारण समाज की शांति और विधि व्यवस्था भी प्रभावित होती है। ऐसा अक्सर देखा जाता है कि अफवाहों को फैलाने के लिए नकली खबरों का भी सहारा लिया जाता है।
डिजिटल व सोशल मीडिया का सदुपयोग सीखना आवश्यक
इन अवांछित स्थितियों से बचने के लिए लोगों में सूचनाओं और खबरों की सत्यता की पहचान करने की क्षमता विकसित होनी अब अहम हो चली है। इसी मकसद के साथ फ़ैक्टशाला इंडिया मीडिया लिटरेसी नेटवर्क, इंटरन्यूज एवं डाटालीडस की पहल पर समूचे देश भर में युवाओं, लोगों और समुदायों को जागरूक करने हेतु न्यूज़ एवं इंफोर्मेशन साक्षरता मुहिम देश भर में चलाई जा रही है।
डिजिटल माध्यमों व सोशल मीडिया का प्रभाव सभी के जीवन पर बढ़ गया है-तरुण
जमशेदपुर के शंकोसाई की खड़िया बस्ती में महिलाओं के साथ न्यूज़ एवं इंफोर्मेशन साक्षरता कार्यशाला आयोजित कर उन्हें जागरूक करने का प्रयास किया गया। कार्यशाला में निश्चय फाउंडेशन के संस्थापक सचिव तरुण कुमार ने बतौर फ़ैक्टशाला प्रशिक्षक महिलाओं को अहम जानकारियां देते हुए बताया कि वर्तमान जीवन में डिजिटल माध्यमों व सोशल मीडिया का प्रभाव सभी के जीवन पर बेतहाशा बढ़ गया है। डिजिटल माध्यमों ने सूचना के आदान प्रदान को बेहद तेज और आसान बना दिया है, लेकिन डिजिटल माध्यम गलत व भ्रामक सूचनाओं के प्रसार का भी बड़ा माध्यम बन गए है। गलत सूचनाओं का प्रतिकूल असर भी समाज पर पड़ रहा है।
जीवन कौशल को भी विकसित करना कारगर
समाज व लोगों को फेक न्यूज के कारण व्यक्तिगत या सार्वजनिक नुकसान न उठाना पड़े, इसके लिए डिजिटल माध्यमों के सकारात्मक उपयोग व सूचनाओं के पहचान करने का कौशल सीखना भी अब बेहद महत्वपूर्ण हो गया है। कार्यशाला के दौरान गूगल फैक्टचेक टूल्स का सहारा लेकर नकली खबरों, फ़ोटो, वीडियो की पहचान करने की तकनीक बताई गयी, वहीं बताया गया कि भ्रामक खबरों की पहचान करने व सही निर्णय लेने हेतु तकनीक का सहारा लेने के साथ-साथ खुद में क्रिटिकल थिंकिंग जैसे जीवन कौशल को भी विकसित करना कारगर होगा।
महिलाओं को बताया गया कि सोशल मीडिया पर वैसी किसी भी सूचना को साझा करने या फॉरवर्ड करने से बचना चाहिए, जो विश्वस्त न हो, ऐसा कर हम भ्रामक सूचनाओं को फैलाने में सहायता करते हैं। मौके पर 20 से ज्यादा महिलाएं उपस्थित थी। विगत सप्ताह पोटका स्थित उत्क्रमित मध्य विद्यालय, टांगराईन के विद्यालय प्रबंधन समिति के सदस्यों एवं ग्रामीणों को भी कार्यशाला आयोजित कर जागरूक किया गया था।
शशांक शेखर विगत 30 वर्षों से पत्रकारिता, आकाशवाणी व सामाजिक कार्यों से जुड़े हुए हैं साथ ही लघु/फीचर फिल्मों व वृत्त चित्रों के लिए कथा-लेखन का कार्य भी विगत डेढ़ दशकों से कर रहे हैं. मशाल न्यूज़ में पिछले लगभग ढाई वर्षों से कार्यरत हैं.
Join Mashal News – JSR WhatsApp Group.
Join Mashal News – SRK WhatsApp Group.
सच्चाई और जवाबदेही की लड़ाई में हमारा साथ दें। आज ही स्वतंत्र पत्रकारिता का समर्थन करें! PhonePe नंबर: 8969671997 या आप हमारे A/C No. : 201011457454, IFSC: INDB0001424 और बैंक का नाम Indusind Bank को डायरेक्ट बैंक ट्रांसफर कर सकते हैं।
धन्यवाद!