कहा, जनविरोधी कॉरपोरेट पक्षीय बजट
भारतीय ट्रेड यूनियन केन्द्र (सीटू), जनवादी महिला समिति (एडवा) और अखिल भारतीय किसान सभा द्वारा संयुक्त रूप से आज बजट प्रस्तावों के खिलाफ साकची के बिरसा चौक में विरोध-प्रदर्शन किया गया। इस मौके पर सीटू के कोल्हान कमेटी के महासचिव बिश्वजीत देब ने बताया, कि वित्त मंत्री द्वारा संसद में रखे गए बजट प्रस्ताव, सत्ताधारी पार्टी के बहुचर्चित प्रचार, “सबका साथ, सबका विकास” को पूरा करने में बुरी तरह विफल रहा और “अमृत काल” और “पच्चीस साल पर नज़र” जैसे जुमला गढ़ा गया है।
महत्वपूर्ण क्षेत्रों में अधिक बजट आवंटन की मांग की थी
बजट से पहले कई अर्थशास्त्रियों के साथ सीटू किसान सभा, एडवा जैसे संगठनों ने राष्ट्रीय अर्थव्यवस्था को पुनर्जीवित करने और सुधारने के लिए संपत्ति (वेल्थ) टैक्स, कॉर्पोरेट कर आदि के माध्यम से अमीरों पर कर लगाकर कृषि, शिक्षा, स्वास्थ्य , रोजगार सृजन और अन्य महत्वपूर्ण क्षेत्रों में अधिक बजट आवंटन की मांग की थी, लेकिन कॉरपोरेट कल्याण के प्रति अपनी प्रतिबद्धता को जारी रखते हुए, इस वर्ष भी जरूरतमंद जनता के लिए मुफ्त स्वास्थ्य, शिक्षा और खाद्य सुरक्षा के लिए या तो कम या अपर्याप्त आवंटन का सिलसिला जारी रहा, वहीं दूसरी ओर कॉरपोरेट्स रियायतें और राहत जारी रखी गई है. उत्पाद शुल्क, उपकर, जीएसटी आदि के माध्यम से अप्रत्यक्ष कर पर गलत तरीके से भारी निर्भरता अभी भी जारी है, लेकिन खाद्य और उर्वरकों में सब्सिडी कम कर दी गई है, जबकि कॉर्पोरेट कर कम कर दिया गया है।
बजट में आम आदमी को कोई राहत नहीं
कॉरपोरेट टैक्स में 3% की और कटौती की गई है. इसके विपरीत कृषि उत्पादों की खरीद के लिए बजट आवंटन में 2% की कमी की गई है, इनकम टैक्स में राहत नहीं मिली, मनरेगा में आवंटन 21-22 के संशोधित आवंटन से 25% कम किया गया। खाद्य, उर्वरक और ईंधन की कुल सब्सिडी में लगभग 25% की कमी की गई है। बिना मिश्रित पेट्रोल पर उत्पाद शुल्क में 2 रुपये प्रति लीटर की वृद्धि की गई है. प्रस्तावित राजकोषीय घाटा 6.4% तक और उधार 42% होगा, जो अर्थव्यवस्था की स्थिति के बारे में खतरे का संकेत देता है। चुनाव प्रचार के दौरान प्रति वर्ष दो करोड़ रोजगार सृजन के लिए प्रचार किया गया था, आठ साल बाद अब दुर्भाग्य से बजट में केवल साठ लाख रोजगार पैदा करने का आश्वासन दिया गया
यह भी पढ़ें- शिक्षा के निजीकरण-व्यापारीकरण को बढ़ावा देकर महंगी करने वाला बजट-AIDSO
आज के विरोध-प्रदर्शन के दौरान, मनरेगा तथा अन्य रोजगार सृजन , समाज के वंचित वर्ग को आय की गारंटी, मध्यम वर्ग को आयकर राहत , छोटे व्यापारियों को ई-कॉमर्स के खिलाफ सुरक्षा, रेलवे यात्रा और अन्य क्षेत्रों में वरिष्ठ नागरिकों, दिव्यांगों और अन्य योग्य व्यक्तियों को राहत देने के लिये बजटीय प्रावधान आवंटित करने में विफलता के खिलाफ जमकर नारेबाजी की गई।
कोविड प्रोटोकॉल के पालन करते हुए कार्यक्रम में कॉ0 के के त्रिपाठी, बिश्वजीत देब , जेपी सिंह, जे मजूमदार, डी झा, नागराजू, जया मजूमदार, उषा सिंह, मिठू भट्टाचार्य, मंजू शर्मा, केपी सिंह, तिमिर, पीयूष, संजय, दीप, लगनजीत, आरपी सिंह आदि नेता मौजूद थे।
शशांक शेखर विगत 30 वर्षों से पत्रकारिता, आकाशवाणी व सामाजिक कार्यों से जुड़े हुए हैं साथ ही लघु/फीचर फिल्मों व वृत्त चित्रों के लिए कथा-लेखन का कार्य भी विगत डेढ़ दशकों से कर रहे हैं. मशाल न्यूज़ में पिछले लगभग ढाई वर्षों से कार्यरत हैं.
Join Mashal News – JSR WhatsApp Group.
Join Mashal News – SRK WhatsApp Group.
सच्चाई और जवाबदेही की लड़ाई में हमारा साथ दें। आज ही स्वतंत्र पत्रकारिता का समर्थन करें! PhonePe नंबर: 8969671997 या आप हमारे A/C No. : 201011457454, IFSC: INDB0001424 और बैंक का नाम Indusind Bank को डायरेक्ट बैंक ट्रांसफर कर सकते हैं।
धन्यवाद!