वरिष्ठ पत्रकार कमाल खान का शुक्रवार सुबह दिल का दौरा पड़ने से निधन हो गया। उनके निधन की खबर से पूरी पत्रकारिता जगत में शोक की लहर दौड़ गई है।
उनके निधन पर तमाम राजनेताओं, सामाजिक कार्यकर्ताओं व आम लोगों ने कमाल खान के निधन पर शोक व्यक्त किया है। उत्तर प्रदेश की पूर्व मुख्यमंत्री मायावती ने ट्वीट कर कमाल खान के निधन पर शोक जताया।
मायावती ने किया ट्वीट
मायावती ने अपने ट्वीट में लिखा, ‘एनडीटीवी से जुड़े प्रतिष्ठित व जाने-माने टीवी पत्रकार कमाल खान की अचानक ही निधन के खबर अति-दुःखद तथा पत्रकारिता जगत की अपूर्णीय क्षति। उनके परिवार व उनके सभी चाहने वालों के प्रति मेरी गहरी संवेदना। कुदरत सबको इस दुःख को सहन करने की शक्ति दे, ऐसी कुदरत से कामना।’
एनडीटीवी से जुड़े प्रतिष्ठित व जाने-माने टीवी पत्रकार कमाल ख़ान की अचानक ही निधन के ख़बर अति-दुःखद तथा पत्रकारिता जगत की अपूर्णीय क्षति। उनके परिवार व उनके सभी चाहने वालों के प्रति मेरी गहरी संवेदना। कुदरत सबको इस दुःख को सहन करने की शक्ति दे, ऐसी कुदरत से कामना।
— Mayawati (@Mayawati) January 14, 2022
सपा ने दी श्रद्धांजलि
समाजवादी पार्टी ने कमाल खान के निधन पर दुख व्यक्त किया है। पार्टी की ओर से ट्वीट किया गया, ‘अत्यंत दुखद! एनडीटीवी के वरिष्ठ संवाददाता जनाब कमाल खान साहब का इंतक़ाल, अपूरणीय क्षति। दिवंगत आत्मा को शांति दे भगवान। शोकाकुल परिजनों के प्रति गहन संवेदना। भावभीनी श्रद्धांजलि।’
कांग्रेस ने भी व्यक्त किया शेक
कांग्रेस ने ट्वीट किया, ‘वरिष्ठ पत्रकार कमाल खान साहब के निधन की खबर स्तब्ध करने वाली है। ईश्वर दिवंगत आत्मा को शांति दें और परिजनों को इस अपार दुख को सहने की शक्ति दें। भावभीनी श्रद्धांजलि।’
प्राइम टाइम में चली खबरें
गुरूवार शाम को 7 बजे और रात 9 बजे के प्राइम टाइम में उनकी खबरें चली थीं। मौत के चंद घंटों पहले वह कमाल खान ट्विटर (Kamal Khan tweeter) पर भी ऐक्टिव थे। उन्होंने यति नरसिंहानंद की धरने पर बैठी तस्वीर पोस्ट की थी। कमाल खान ने ट्विटर पर इस तस्वीर के साथ लिखा, ‘पुराने वसीम रिज़वी और नए जितेंद्र नारायण त्यागी की गिरफ्तारी के विरोध में यति नरसिंहानंद अन्न जल त्याग कर हरिद्वार में गंगा किनारे बैठे।’
पुराने वसीम रिज़वी और नए जितेंद्र नारायण त्यागी की गिरफ्तारी के विरोध में यति नरसिंहानंद अन्न जल त्याग कर हरिद्वार में गंगा किनारे बैठे। pic.twitter.com/gRpDDDGHJj
— Kamal khan (@kamalkhan_NDTV) January 13, 2022
लखनऊ के बटलर पैलेस स्थित सरकारी बंगले में रहते थे
कमाल खान 22 साल की उम्र में पत्रकारिता करने लगे थे। वह 61 साल के थे। बीते 3 दशकों से पत्रकारिता कर रहे थे। कमाल खान की शादी पत्रकार रुचि कुमार के साथ हुई थी। वह अपने परिवार के साथ लखनऊ के बटलर पैलेस स्थित सरकारी बंगले में रहते थे। शुक्रवार तड़के उन्होंने वहीं अंतिम सांसें लीं।
मिले थे सर्वश्रेष्ठ पत्रकारिता के लिए पुरस्कार
कमाल खान को पत्रकारिता में उनके बेहतरीन काम के लिए पत्रकारिता का सर्वश्रेष्ठ भारतीय पुरस्कार रामनाथ गोयनका अवार्ड भी मिल चुका था। इसके साथ ही भारत के राष्ट्रपति द्वारा गणेश शंकर विद्यार्थी पुरस्कार से भी सम्मानित थे। वह अपने रिपोर्टिंग करने के तरीके और विषयों की बारीक जानकारी को सरल शब्दों में पेश करने के लिए जाने जाते थे।
Also Read : CAA के खिलाफ आंदोलन कर जेल जाने वालीं सदफ जफर को कांग्रेस से टिकट
Join Mashal News – JSR WhatsApp Group.
Join Mashal News – SRK WhatsApp Group.
सच्चाई और जवाबदेही की लड़ाई में हमारा साथ दें। आज ही स्वतंत्र पत्रकारिता का समर्थन करें! PhonePe नंबर: 8969671997 या आप हमारे A/C No. : 201011457454, IFSC: INDB0001424 और बैंक का नाम Indusind Bank को डायरेक्ट बैंक ट्रांसफर कर सकते हैं।
धन्यवाद!