दूसरी तरफ, ईरान के सुप्रीम लीडर अयातुल्लाह खामेनेई ने गाजा पर इजराइल के हमले के लिए अमेरिका को जिम्मेदार ठहराया। उन्होंने कहा- इजराइल हमास पर जो हमले कर रहा है उसके पीछे अमेरिका का हाथ है। गाजा में जो अपराध हो रहे हैं, उसे अमेरिका डायरेक्ट कर रहा है। अमेरिका के हाथ बच्चों, महिलाओं और कई दूसरे लोगों के खून से रंगे हैं। अमेरिका अपराधियों का सहयोगी है।
वहीं, अमेरिकी राष्ट्रपति बाइडेन ने बुधवार रात PM नेतन्याहू से फोन पर बात की। दोनों नेताओं के बीच बंधकों को सबसे पहले बचाने पर सहमति बनी। दोनों ने गाजा से विदेशी नागरिकों को भी सुरक्षित बाहर निकालने पर चर्चा की। व्हाइट हाउस ने बताया कि बाइडेन ने नेतन्याहू से जंग के बीच स्थायी शांति का रास्ता खोजने की बात कही।
नेतन्याहू बोले- 7 अक्टूबर इजराइल के इतिहास का काला दिन
नेतन्याहू ने बुधवार को जंग के बीच बयान जारी किया। उन्होंने कहा- ये हमारे अस्तित्व की लड़ाई है और हमारे लिए इसे जीतना बेहद जरूरी है। उन्होंने वादा किया कि हमास का सफाया करने और बंधकों को छुड़ाने के लिए जल्द ही गाजा में जमीनी हमला होने वाला है। 7 अक्टूबर हमारे इतिहास का एक काला दिन था।
नेतन्याहू ने कहा कि हम दक्षिणी सीमा और गाजा के पास इलाके में जो कुछ हुआ उसकी तह तक जाएंगे। बतौर प्रधानमंत्री ये मेरी जिम्मेदारी है कि मैं देश को इस जंग में जीत दिलवाऊं। हम सभी को साथ आकर एक लक्ष्य के लिए काम करना होगा।
गाजा में 1600 लोग लापता
एक रिपोर्ट के मुताबिक गाजा में 1600 लोगों के लापता होने की खबर है। इनमें 900 बच्चे शामिल हैं। कुछ लोग और बच्चों के इजराइली बमबारी में तबाह हुई इमारतों के मलबे में दबे होने की आशंका है। वहीं 149 परिवार ऐसे हैं, जिनके घरों के 10 से ज्यादा सदस्य मारे जा चुके हैं।
WHO ने बुधवार को बताया कि गाजा में फिलहाल सुविधाओं और खास तौर पर ईंधन की कमी के चलते 35 में से 12 अस्पताल बंद हो चुके हैं। वहीं 7 बड़े अस्पतालों में क्षमता से ज्यादा मरीज भर्ती हैं, जिससे वहां लोड बढ़ता जा रहा है। इस बीच यूरोपियन यूनियन के नेता गुरुवार को ब्रसेल्स में बैठक करेंगे। इस दौरान वो मानवीय मदद के लिए जंग को कुछ समय तक रोकने की संभावना पर चर्चा करेंगे।
UN की तरफ से गाजा और आसपास के इलाकों में कुल मिलाकर 150 रिफ्यूजी कैम्प चलाए जा रहे हैं। इनमें 6 लाख से ज्यादा रिफ्यूजी मौजूद हैं। हैरानी की बात यह है कि गाजा में बमुश्किल राहत सामग्री पहुंच रही है। इसे बांटने के लिए जो वाहन हैं, उनमें फ्यूल ही नहीं है। UN की एक अफसर ने कहा- अगले 24 घंटे बेहद अहम होने वाले हैं।
जंग से जुड़े अपडेट्स
हमास के कब्जे वाले गाजा की हेल्थ मिनिस्ट्री के बयान के मुताबिक गाजा में अब तक 6,546 लोगों की मौत हुई है।
इनमें 2,704 बच्चे और 1,584 महिलाएं हैं। मंगलवार और बुधवार के बीच 756 लोग मारे गए।
हेल्थ मिनिस्ट्री ने कहा- गाजा में 7 हजार लोग गंभीर रूप से घायल हैं। अगर वक्त रहते दुनिया की तरफ से हमें मदद नहीं मिली तो इन लोगों की जान बचाना बेहद मुश्किल होगा। दुनिया जिम्मेदारी नहीं निभा रही।
एर्दोगन बोले- हमास आजादी की जंग लड़ रहा
NATO देशों के अहम सदस्य तुर्किये के राष्ट्रपति रेसेप तैयप एर्दोगन ने इजराइल पर हमला करने वाले फिलिस्तीनी संगठन हमास का बचाव किया है। एर्दोगन ने बुधवार को पार्टी सांसदों से मुलाकात की और इस दौरान इजराइल पर जुल्म के आरोप भी लगाए। साथ ही उन्होंने अपना इजराइल दौरा भी रद्द कर दिया।
एर्दोगन ने कहा- मैं इजराइल नहीं जाऊंगा। हमास आतंकी संगठन नहीं है। इसके मेंबर्स आजादी की जंग में हिस्सा लेने वाले मुजाहिदीन हैं। ये अपनी जमीन और नागरिकों को बचाने की कोशिश कर रहे हैं। हम आम नागरिकों पर हमलों के खिलाफ हैं, भले ही वो इजराइली क्यों न हों।
हमास के पास 5 लाख लीटर ईंधन
इजराइल की सेना ने दावा किया है कि हमास के पास 5 लाख लीटर ईंधन है। IDF ने कहा- हमास ने गाजा में ही इसे छिपा रखा है। हमास-ISIS इस ईंधन को नागरिकों से चुराते हैं और इसे अपनी सुरंगों, रॉकेट लॉन्चर और नेताओं तक पहुंचाते हैं। सेना ने कहा- गाजा के लोगों को ईंधन की कमी की शिकायत इजराइल से नहीं बल्कि हमास से करनी चाहिए।
उनसे ही फ्यूल मांगना चाहिए। दरअसल, जंग के बीच गाजा से लगातार ईंधन खत्म होने की खबरें आ रही हैं। WHO के मुताबिक फ्यूल की कमी के चलते गाजा के 6 हॉस्पिटल बंद करने पड़े हैं। इनमें एक हजार लोग डायलिसिस पर हैं, जबकि 130 प्रीमैच्योर बच्चे हैं। अगर हालात नहीं सुधरे तो ICU में मौजूद दूसरे अस्पतालों के मरीजों की जान जा सकती है।
हमास बोला- इजराइल हमले रोके तभी बंधकों को छोड़ेंगे
दूसरी तरफ, हमास के एक सीनियर लीडर खालिद मेशाल ने कहा है कि वो इजराइल से पकड़े गए लोगों को तभी रिहा करेंगे, जब गाजा पर हमले रुक जाएंगे। मेशाल ने ये भी बताया है कि इजराइल के हमलों में अब तक 22 बंधकों की मौत हो चुकी है। एक इंटरव्यू में मेशाल ने कहा- अगर नेतन्याहू, अमेरिका और यूरोप को अपने नागरिकों की चिंता है तो उन्हें इजराइल को हमला करने से रोकना चाहिए। इसके बाद ही कतर, मिस्र जैसे दूसरे अरब देश मध्यस्थता करवाकर बंधकों को छुड़वा सकेंगे।
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