चीन ने अरुणाचल प्रदेश से सम्बन्ध रखने वाले भारतीय खिलाड़ियों को एशियन खेलों के लिए वीजा देने से इनकार कर दिया है। इसको लेकर भारत ने कड़ा प्रतिरोध जताया है। भारतीय विदेश मंत्रालय ने चीन से अपना विरोध दर्ज किया है। इसके साथ ही युवा एवं खेल तथा सूचना प्रसारण मंत्री अनुराग ठाकुर ने विरोध में अपनी चीन यात्रा भी रद्द कर दी है।
दरअसल, 19वें एशियन खेलों का आयोजन चीन के हांगझाऊ शहर में 23 सितम्बर 2023 से आयोजित हो रहा है। यह खेल 8 अक्टूबर 2023 तक चलेंगे। इसमें भारतीय खिलाड़ियों का दल भी हिस्सा लेने के लिए जा रहा है। यह एशियन खेल एक साल की देरी से हो रहे हैं। चीन ने इन खेलों में जाने वाले भारतीय दल के कुछ खिलाड़ियों को वीजा देने से मना कर दिया था। यह खिलाड़ी अरुणाचल प्रदेश से संबंध रखते हैं और वुशु खेल (मार्शल आर्ट) से जुड़े हैं। इन खिलाड़ियों के नाम न्येमान वान्ग्सू, ओनिलू तेगा और मेपुंग लाम्गु बताए जा रहे हैं।
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दरअसल, चीन अरुणाचल प्रदेश पर अपना दावा ठोकता रहता है और उसे तिब्बत का हिस्सा बताता है। इसको लेकर वह तरह-तरह के ड्रामे करता रहता है। कभी वह स्टेपल वीजा देने की बात कहता है तो कभी वीजा नहीं देने की बात करता है। चीन का कहना है कि अरुणाचल उसका भूभाग है, इसलिए वहाँ के लोगों को चीन आने के लिए वीसा की जरूरत नहीं है।
भारतीय विदेश मंत्रालय ने कहा है कि चीन का यह व्यवहार एशियन खेलों की भावना और उनके नियमों का उल्लंघन करता है। यह नियम एशियन खेलों के भाग लेने वाले देशों के विरुद्ध किसी भी प्रकार के पक्षपात को रोकते हैं। एशियन ओलम्पिक काउंसिल (AOC) के कार्यकारी अध्यक्ष रणधीर सिंह ने कहा है, “हमने इस मामले को वर्किंग ग्रुप के सामने उठाया है और वह इस मामले को चीन की सरकार के सामने उठा रहे हैं। हम जो कर रहे हैं, वह उससे अलग है जो दोनों सरकारों के बीच हो रहा है।”
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वहीं एशियन ओलंपिक्स काउंसिल की एथिक्स कमेटी के प्रमुख वेई जिझोंग ने दावा किया है कि इन भारतीय खिलाड़ियों को वीजा दिए जा चुके हैं। चीन ने किसी भी खिलाड़ी को भी वीजा के लिए मना नहीं किया है। इन खिलाड़ियों ने वीजा स्वीकार नहीं किए हैं। चीन की इस कारस्तानी पर भारतीय विदेश मंत्रालय ने नई दिल्ली स्थित चीनी दूतावास और बीजिंग में अपने दूतावास के जरिए विरोध दर्ज कराया है। विदेश मंत्रालय ने इस सम्बन्ध में अपना बयान जारी कर कहा, “अरुणाचल हमेशा ही भारत का भूभाग था, है और रहेगा।”
विदेश मंत्रालय द्वारा जारी किए गए बयान में जानकारी दी गई है कि चीन से अपना प्रतिरोध दर्ज करवाने के लिए भारत के युवा एवं खेल तथा सूचना प्रसारण मामलों के मंत्री अनुराग ठाकुर ने भी अपनी चीन की यात्रा रद्द कर दी है। अनुराग ठाकुर इन खेलों के लिए ही चीन जा रहे थे। चीन लगातार अरुणाचल प्रदेश के निवासियों को नत्थी वीजा देता आया है।
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इसका भारत ने विरोध किया है। नत्थी वीजा, पासपोर्ट से पिन करके लगाया जाने वाला एक बिना मुहर का कागज होता है। जहाँ सामान्य वीजा पासपोर्ट पर मुहर लगा कर या प्रिंट करके दिए जाते हैं, वहीं यह एक अलग कागज होता है। नत्थी वीजा देने के मामले में ही भारत ने जुलाई में चीन में आयोजित हुए यूनिवर्सिटी खेलों में से अपने 8 सदस्यीय वुशु खिलाड़ियों के दल को नहीं भेजा था। इस 8 सदस्यीय दल में से 3 सदस्य अरुणाचल प्रदेश से थे जि,नके वीजा को नत्थी करके दिया गया था। वुशु, मार्शल आर्ट को कहते हैं।
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