सूरत के महिधरपुरा पुलिस की किताब में वर्ष 1997 में दर्ज हत्या के प्रयास के मामले में पिछले 27 साल से फरार चल रहे एक आरोपी को सूरत पीसीबी ने सचिन के औद्योगिक खाते से गिरफ्तार कर लिया है। अपराध किया उस वक्त आरोपी की उम्र 25 साल थी, आज आरोपी की उम्र 52 साल है। अपराध के बाद आरोपी अपने गृहनगर उड़ीसा भाग गया।
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आरोपी बहुत शातिर था और जब पुलिस उसे गिरफ्तार करने गई तो वह भाग निकला। आरोपी को भरोसा था कि वह पुलिस की पकड़ में नहीं आएगा। सचिन स्थित पावरलुम्स खाते से आरोपी को गिरफ्तार किया गया। आरोपी कितन भी शातिर क्यों न हो, लेकिन ”कानून के हाथ लंबे होते हैं” वाली कहावत सच है।
हत्या के प्रयास के अपराध में पिछले 27 वर्षों से फरार चल रहे आरोपी को सचिन के संचा खाते से गिरफ्तार किया गया है। सूरत पुलिस कमिश्नर अजय तोमर के मुताबिक गंभीर अपराधों में फरार आरोपियों को पकड़ने के लिए विशेष अभियान चलाया जा रहा है। जिसके तहत सचिन के पास आकर संचा खाते में काम करने वाले डॉक्टर उर्फ काका प्रधान नाम के आरोपी को 27 साल बाद सूरत पीसीबी की टीम ने गिरफ्तार कर लिया है।
आरोपी के खिलाफ सूरत के महिधरपुरा पुलिस थाने में साल 1997 में रजिस्टर में हत्या के प्रयास का मामला दर्ज किया गया था।अपराध दर्ज होते ही आरोपी अपने मूल निवास उड़ीसा भाग गया। आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए पुलिस अक्सर उड़ीसा जाती थी। लेकिन आरोपी बहुत चालाक था इसलिए पुलिस के पहुंचने से पहले ही वह भाग जाता था। आरोपी को खुद पर भरोसा था कि पुलिस अब उसे नहीं पकड़ पाएगी।
लेकिन “पुलिस के हाथ लंबे होते हैं” वाली कहावत सच साबित हुई और सचिन स्थित संचा खाते से आरोप को गिरफ्तार कर लिया गया और आगे की कार्रवाई सूरत पीसीबी द्वारा की गई है। सूरत के पुलिस आयुक्त अजय तोमर ने कहा कि शहर पुलिस द्वारा एक विशेष अभियान के दौरान वर्ष 2023 में 295 फरार आरोपियों को गिरफ्तार किया गया है।
जिसमें दस साल से अधिक समय से पुलिस गिरफ्त से भाग रहे करीब 75 आरोपियों को गिरफ्तार किया गया है। आरोपी कोई भी अपराध करके भाग जाए लेकिन पुलिस और कानून के हाथ आरोपियों तक जरूर पहुंचेंगे। ऐसे में सूरत शहर पुलिस की अलग-अलग थानों में दर्ज गंभीर अपराधों में शामिल आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए विशेष अभियान चलाया जा रहा है।